Apex Trauma Centre SGPGIMS Lucknow : प्लेटलेट रिच प्लाज्मा थेरेपी से एड़ी के दर्द से मुक्ति
Apex Trauma Center Of SGPGIMS Lucknow:

एपेक्स ट्रामा सेंटर संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान
जागरण संवाददाता, लखनऊ: बाराबंकी की 42 वर्षीय गृहिणी सुनीता वर्मा पिछले दो वर्षों से क्रानिक प्लांटर फेशियाटिस (एड़ी का पुराना दर्द) से परेशान थीं। रसोई में लंबे समय तक खड़े रहना भी कठिन था। दवाइयों और आराम से राहत न मिलने पर उन्हें संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइएमएस) के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग में रेफर किया गया।
एसजीपीजीआइएमएस में मस्कुलोस्केलेटल अल्ट्रासाउंड और अन्य परीक्षणों के बाद पीएमआर टीम ने उन्हें अल्ट्रासाउंड-गाइडेड प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) थेरेपी दी, जिससे उन्हें राहत मिली। थेरेपी के साथ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, चाल प्रशिक्षण (गैट ट्रेनिंग) और जूते में सुधार (फुटवेयर माडिफिकेशन) जैसे व्यक्तिगत पुनर्वास अभ्यास भी कराया गया।
छह हफ्तों में उनके दर्द में कमी आई और तीन महीने में वह फिर से बिना किसी परेशानी के दैनिक कार्य करने लगीं। अल्ट्रासाउंड जांच में ऊतकों में सुधार और सूजन में कमी की पुष्टि हुई। विभाग के प्रो. सिद्धार्थ राय ने बताया कि यह संस्थान में पहला मामला है, जिसमें पीआरपी थेरेपी से इलाज किया गया। अब यह तकनीक स्थापित हो गई है। एपेक्स ट्रामा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. राजेश हर्षवर्धन ने कहा कि इस पहल से अत्याधुनिक चिकित्सा विज्ञान को रोगी देखभाल से सीधे जोड़ा गया है।
क्या होती है पीआरपी थेरेपी
प्रो. सिद्धार्थ राय ने बताया कि इस तकनीक में मरीज के अपने रक्त से प्लेटलेट्स को अलग कर सटीक रूप से दर्द ग्रस्त फेशिया (ऊतक) में इंजेक्ट किया जाता है। प्लेटलेट्स में मौजूद ग्रोथ फैक्टर ऊतकों की मरम्मत में मदद करते हैं और सूजन को कम करते हैं। यह शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को तेज करता है।
इन परेशानियों का भी संभव होगा इलाज
प्रो. राय के अनुसार अल्ट्रासाउंड-गाइडेड पीआरपी थेरेपी न केवल एड़ी के दर्द (प्लांटर फेशियाटिस) में बल्कि बर्साइटिस, अकिलीज टेंडिनोपैथी, गठिया, लिगामेंट चोटें और डायबिटिक फुट जटिलताओं में भी प्रभावी है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड-गाइडेड ग्रोथ फैक्टर कंसंट्रेट थेरेपी जैसी उन्नत तकनीक भी अब स्थापित हो चुकी हैं, जो पुराने मस्कुलोस्केलेटल दर्द और उपचार-प्रतिरोधी स्थितियों में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही हैं।
हर शुक्रवार को विशेष ओपीडी
एपेक्स ट्रामा सेंटर में अब हर शुक्रवार फुट एंड एंकल रिहैबिलिटेशन क्लिनिक आयोजित की जाती है। विभाग के प्रमुख प्रो. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि यह पहल निचले अंगों की चोटों और पुराने दर्द से पीड़ित मरीजों के पुनर्वास को तेज करेगी। इसके अलावा मधुमेह, वृद्धावस्था या अत्यधिक कार्यभार से उत्पन्न जटिलताओं से ग्रस्त लोगों के लिए भी यह क्लिनिक बड़ा सहारा साबित होगी।
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