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    'बाबासाहेब के मान पर हो चर्चा, सपा ने जारी किया PDA पर्चा...', अंबेडकर विवाद के बीच अखिलेश ने चला नया दांव

    सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने एक पीडीए पर्चा जारी कर प्रभुत्ववादी सोच और बाबासाहेब के अपमान का विरोध किया है। अखिलेश ने कहा कि पीडीए समाज के हर युवक युवती महिला पुरुष ने ये ठान लिया है कि वो सामाजिक एकजुटता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त करके अपनी सरकार बनाएंगे।

    By Nishant Yadav Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 22 Dec 2024 08:18 PM (IST)
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    सपा प्रमुख ने आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी की भी मांग उठाई। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। संसद में गृहमंत्री अमित शाह के बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी सड़क तक विरोध दर्ज करा रही है। अब सपा ने पीडीए पर्चा का नया दांव चला है।

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    सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से एक पीडीए पर्चा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी किया गया। इसका विषय 'हो बाबासाहेब के मान पर चर्चा अब घर-घर पहुंचे पीडीए पर्चा' रखा गया है।

    पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए ) पर्चा के माध्यम से सपा प्रमुख ने लिखा कि प्रभुत्ववादियों और उनके संगे-साथियों के लिए बाबासाहेब सदैव से एक ऐसे व्यक्तित्व रहे हैं, जिन्होंने संविधान बनाकर शोषणात्मक-नकारात्मक प्रभुत्ववादी सोच पर पाबंदी लगाई थी, इसीलिए ये प्रभुत्ववादी हमेशा से बाबासाहेब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कारपूर्ण बयान देते रहे हैं।

    बाबासाहेब को अपमानित करने वालों को सत्ता से हटा देंगे- अखिलेश

    अखिलेश ने लिखा कि इन्होंने कभी भी बाबसाहेब के सबकी बराबरी के सिद्धांत को स्वीकार नहीं किया। अपमान की इस प्रथा को तोड़ने के लिए अब पीडीए समाज के हर युवक, युवती, महिला, पुरुष ने ये ठान लिया है कि वो सामाजिक एकजुटता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त करके अपनी सरकार बनाएंगे। बाबासाहेब और उनके संविधान को अपमानित व खारिज करने वालों को हमेशा के लिए सत्ता से हटा देंगे। उसके बाद ही जाति जनगणना हो सकेगी और पीडीए समाज को उनकी गिनती के हिसाब से उनका हक और समाज में भागीदारी के अनुपात में सही हिस्सा मिल पाएगा।

    इसे भी पढ़ें- 'कांग्रेस और BJP एक ही थाली के चट्टे-बट्टे...', बाबासाहेब को लेकर भड़कीं मायावती; अखिलेश ने माफी की मांग की

    भागवत के मंच से बोले अखिलेश- गुजरात से हुई कलियुग की शुरुआत

    उधर, फिरोजाबाद में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शिकोहाबाद के गांव नौकटा में रविवार शाम श्रीमद्भागवत कथा में हिस्सा लिया। उन्होंने मंच से कहा कि जिस क्षण भगवान श्रीकृष्ण ने प्राण त्यागे उसी क्षण से कलियुग की शुरुआत हो गई।

    कहा कि जिस जगह प्राण त्यागे, उस जगह से कलियुग की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने गुजरात में प्राण त्यागे। भाजपा स्मारकों की नहीं बल्कि सौहार्द की खोदाई कर रही है। मोहन भागवत के बयान पर कहा कि लोगों की जान चली गई। इसके बाद इस तरह के बयान से कोई लाभ नहीं है। सपा मुखिया ने ये भी कहा कि भाजपा को बाबा साहब के अपमान को लेकर देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।