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    पांच लाख रुपये न देने पर कारोबारी ने राजस्थान के दो युवकों का किया अपहरण, तीन आरोपी गिरफ्तार

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 08:52 PM (IST)

    लखनऊ में सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने पांच लाख रुपये की वसूली के लिए राजस्थान के एक युवक के अपहरण मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अपहृत युवक लो ...और पढ़ें

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    पांच लाख रुपये न देने पर कारोबारी ने राजस्थान के दो युवकों का किया अपहरण।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। पांच लाख रुपये की वसूली के लिए राजस्थान के एक युवक का अपहरण कर दो दिन तक बंधक बनाए रखने के मामले में सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने कारोबारी समेत तीन को सोमवार को गिरफ्तार किया। अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया है, जबकि आरोपितों के कब्जे से पीड़ित की स्कॉर्पियो कार और एक तमंचा भी बरामद किया है।

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    जांच में सामने आया है कि पीड़ित और आरोपितों के बीच क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसमें करीब पांच लाख रुपये बकाया हो गए थे।

    अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) आर वसंत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित जौनपुर के सिंगरामऊ स्थित सिंघावल निवासी विनोद कुमार यादव, मोहम्मद ताबीस और सुलतानपुर के पूरे कालू पाठक का पुरवा निवासी सौरभ पाठक हैं।

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पीड़ित जयपुर के इंडिया गेट सीतापुरा स्थित लक्ष्मी कालोनी निवासी लोकेश मीणा उनके दोस्त हैं। उन लोगों में क्रिप्टो करेंसी का लेनदेन है। इसी लेनदेन में उनसे करीब साढ़े चार से पांच लाख रुपये उधार लिए थे।

    कई बार मांगने के बावजूद जब पैसे नहीं मिले, तो उन्होंने दोस्तों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची। लोकेश मीणा को फोन कर अयोध्या घुमाने की बात कही, तो वह अपने मित्र सुमित ब्याडवाड के साथ शुक्रवार शाम को कार से पहुंचा।

    उन लोगों ने सुशांत गोल्फ सिटी बुलाया, यहां से होटल ले जाने की बात कहते हुए उनकी कार में बैठ गए। अपहृत सुमित ने बताया कि आरोपित पहले उन्हें जौनपुर ले गए, जहां दो दिन तक बंधक बनाकर रखा गया और लगातार मारपीट की गई।

    इस दौरान लोकेश के परिजनों से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी जा रही थी। मौका पाकर लोकेश आरोपितों के चंगुल से भाग निकला, लेकिन सुमित उनके साथ फंसा रहा।

    एडीसीपी ने बताया कि लोकेश से अपहरण की जानकारी मिलते ही लोकेश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर सीसी कैमरों की मदद से उनको दबोच लिया गया।

    मुख्य आरोपित विनोद कुमार यादव का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है और उसके खिलाफ जौनपुर में पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है और क्रिप्टो करेंसी लेनदेन से जुड़े पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है।

    हैदराबाद जेल में मिले थे आरोपित और पीड़ित

    पुलिस पूछताछ में बताया कि यह लोग यूपी से और लोकेश मीणा राजस्थान में बैंठकर साइबर अपराध का खेला करते हैं। दोनों को हैदराबाद पुलिस ने दो वर्ष पहले गिरफ्तार किया था। जेल में उन लोगों की दोस्ती हुई थी, फिर बाहर निकलने
    के बाद क्रिप्टो का लेनदेन करने लगे थे। पुलिस पीड़ित के खिलाफ भी जांच कर रही है।

    आरोपितों के पास से यह हुआ बरामद: तीनों को किसान पथ के किनारे निजामपुर इलाके से काली स्कॉर्पियो एन (आरजे14यूएल 4311) के साथ सुमित ब्याडवाड को सकुशल बरामद किया था। तलाशी के दौरान मुख्य आरोपित विनोद कुमार यादव के पास से तमंचा बरामद हुआ था। इसमें आर्म्स एक्ट की बढ़ोतरी की गई।