देश पर किसी तरह का खतरा नहीं, सुरक्षा चाक-चौबंदः राजनाथ
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि वह देश पर किसी तरह का खतरा तो नहीं मानते हैं लेकिन गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। किसी तरह के हमले से निपटने के लिए ऐसी सुरक्षा व्यवस्था है जो दिखाई तक नहीं देगी।
लखनऊ। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि वह देश पर किसी तरह का खतरा तो नहीं मानते हैं लेकिन गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। किसी तरह के हमले से निपटने के लिए अबकी ऐसी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है जो दिखाई तक नहीं देगी। अपने संसदीय क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों में दिनभर व्यस्त रहने के बाद देर रात दिल्ली रवाना होने से पहले दैनिक जागरण से सिंह ने कहा कि आतंकवाद तो पूरी दुनिया के लिए चुनौती है और इसके खात्मे के लिए सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां मुस्तैद हैं। इस 26 जनवरी पर देश में किसी तरह का खतरा तो नहीं मानता हूं लेकिन पिछले दिनों सभी राज्यों के प्रमुख सचिव, गृह व पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक कर उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दी गयी है। अबकी सुरक्षा के ऐसे इंतजाम भी हैं कि जो दिखाई (अदृश्य) तक नहीं देंगे। सिंह ने कहा कि नक्सलवाद और उग्रवाद में काफी हद तक कमी आई है। गो तस्करी पर भी अंकुश लगा है।
यूपी में लड़ाई तिकोनी
अगले वर्ष होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों के संबंध में राजनाथ ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष पर निर्णय किया जाएगा। भाजपा द्वारा चुनाव में मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने के सवाल पर सिंह ने कहा कि इस बारे में तो संसदीय बोर्ड ही निर्णय करेगा। राजनाथ का मानना है कि विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय होगा और केंद्र सरकार के अच्छे कामों का भाजपा को निश्चित तौर पर यूपी में फायदा होगा। अंबेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह और अंबेडकर महासभा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने के पीछे दलित वोट बैंक को साधने के सवाल पर सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में राजनीति नहीं देखनी चाहिए। हमारी कोशिश तो सभी को भाजपा से जोडऩे की है।
वादा पूरा किया
नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी सौ फाइलों को सार्वजनिक किये जाने पर राजनाथ ने कहा कि ऐसा करके केंद्र सरकार ने नेताजी के परिवारीजनों से किया गया अपना वादा पूरा किया है। उन्होंने कहा कि नेताजी के परिवारीजनों ने प्रधानमंत्री से मिलकर फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की थी। हमारी सरकार ने उन्हें नेताजी की जयंती पर यह काम करने का भरोसा दिलाया था।