लखनऊ में हुई 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना, 3500 युवाओं को मिला सुनहरा रोजगार
हाल ही में राजधानी में 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना ने युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। इन उद्योंगों में करीब 3500 युवाओं को रोजगार मिला है। इससे युवाओं के समृद्धि की ओर बढ़ने का रास्ता साफ हो रहा है।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय] । मेहमान नवाजी में अपनी अलग पहचान बनाने वाले शहर-ए-लखनऊ की पहचान में अब आर्थिक उन्नति का नया अध्याय जुडऩे लगा है। चिकन और रेवड़ी जैसे पारंपरिक उद्योगों के बढऩे के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों और लघु उद्योगों में बढ़ोतरी होने लगी है। उद्योग विभाग और खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से युवा रोजगार से जुड़ रही हैं। हाल ही में राजधानी में 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना ने युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। इन उद्योंगों में करीब 3500 युवाओं को रोजगार मिला है। इससे युवाओं के समृद्धि की ओर बढ़ने का रास्ता साफ हो रहा है।
एमएसएमई आर्थिक उन्नति के साथ पिछले पांच वर्षों में शहर में करीब एक दर्जन से अधिक काल सेंटरों में पांच हजार से अधिक युवा नौकरी कर रहे हैं। लघु उद्योग भारती के अवध क्षेत्र प्रभारी प्रशांत भाटिया ने बताया कि शहर में 300 से अधिक बड़े उद्योग औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित हैं। कई कंपनियों के बंद होने के बावजूद लघु उद्योगों के बढ़ऩे से आर्थिक उन्नति हुई है। जिला खादी एवं ग्रामोद्याेग अधिकारी एलके नाग ने बताया कि समाजिक समानता के क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ है। विभागीय योजनाओं के माध्यम से पांच हजार से अधिक महिलाएं रोजगार से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाएं खुद के साथ ही दूसरों को भी रोजगार से जोड़ रही हैं। पिछले पांच वर्षों में महिलाएं अधिक जुड़ी हैं।
वर्षवार उद्योगों की स्थिति व कामगारों को मिला कामः
2008-297-2400
2009-249-2800
2010-239 2600
2011-934-2900
2012-287-2300
2013-826-7200
2014-1323-8800
2015-2134-10800
2016-4640-19800
2017-6545-21842
2018-7788-22072
2019-8804-17000
2020-900-2060
2021-120-3500
-प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत शहरी व ग्रामीण इलाकों में उद्योग लगाए जा रहे हैं। लघु उद्योगों के साथ ही एक जिला एक उत्पाद के तहत कामगार जोड़े गए हैं। सेवा के क्षेत्र में भी विकास हो रहा है। संक्रमण काल में भी सैनिटाइजर उद्योग को बढ़ावा दिया गया। -मनोज चौरसिया,उपायुक्त उद्योग
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