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    लखनऊ में हुई 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना, 3500 युवाओं को मिला सुनहरा रोजगार

    By Dharmendra MishraEdited By:
    Updated: Mon, 13 Dec 2021 01:46 PM (IST)

    हाल ही में राजधानी में 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना ने युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। इन उद्योंगों में करीब 3500 युवाओं को रोजगार मिला है। इससे युवाओं के समृद्धि की ओर बढ़ने का रास्ता साफ हो रहा है।

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    लखनऊ में नए उद्योगों की स्थापना से साढ़े तीन हजार युवाओं को मिली नई नौकरी।

    लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय] । मेहमान नवाजी में अपनी अलग पहचान बनाने वाले शहर-ए-लखनऊ की पहचान में अब आर्थिक उन्नति का नया अध्याय जुडऩे लगा है। चिकन और रेवड़ी जैसे पारंपरिक उद्योगों के बढऩे के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों और लघु उद्योगों में बढ़ोतरी होने लगी है। उद्योग विभाग और खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से युवा रोजगार से जुड़ रही हैं। हाल ही में राजधानी में 120 नए लघु उद्योगों की स्थापना ने युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। इन उद्योंगों में करीब 3500 युवाओं को रोजगार मिला है। इससे युवाओं के समृद्धि की ओर बढ़ने का रास्ता साफ हो रहा है।

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    एमएसएमई आर्थिक उन्नति के साथ पिछले पांच वर्षों में शहर में करीब एक दर्जन से अधिक काल सेंटरों में पांच हजार से अधिक युवा नौकरी कर रहे हैं। लघु उद्योग भारती के अवध क्षेत्र प्रभारी प्रशांत भाटिया ने बताया कि शहर में 300 से अधिक बड़े उद्योग औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित हैं। कई कंपनियों के बंद होने के बावजूद लघु उद्योगों के बढ़ऩे से आर्थिक उन्नति हुई है। जिला खादी एवं ग्रामोद्याेग अधिकारी एलके नाग ने बताया कि समाजिक समानता के क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ है। विभागीय योजनाओं के माध्यम से पांच हजार से अधिक महिलाएं रोजगार से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाएं खुद के साथ ही दूसरों को भी रोजगार से जोड़ रही हैं। पिछले पांच वर्षों में महिलाएं अधिक जुड़ी हैं।

    वर्षवार उद्योगों की स्थिति व कामगारों को मिला कामः

    2008-297-2400

    2009-249-2800

    2010-239 2600

    2011-934-2900

    2012-287-2300

    2013-826-7200

    2014-1323-8800

    2015-2134-10800

    2016-4640-19800

    2017-6545-21842

    2018-7788-22072

    2019-8804-17000

    2020-900-2060

    2021-120-3500

    -प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत शहरी व ग्रामीण इलाकों में उद्योग लगाए जा रहे हैं। लघु उद्योगों के साथ ही एक जिला एक उत्पाद के तहत कामगार जोड़े गए हैं। सेवा के क्षेत्र में भी विकास हो रहा है। संक्रमण काल में भी सैनिटाइजर उद्योग को बढ़ावा दिया गया। -मनोज चौरसिया,उपायुक्त उद्योग