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    एक रुपये स्‍वच्‍छता अभियान से बदल रही गांवों की तस्‍वीर, सौ ग्राम पंचायतों में डोर टू डोर कलेक्शन और कूड़ा निस्तारण

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:18 PM (IST)

    लखनऊ में एक रुपये स्वच्छता अभियान गांवों की तस्वीर बदल रहा है। सौ ग्राम पंचायतों में घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा किया जा रहा है और उसका निस्तारण किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत रिसोर्स रिकवरी सेंटर्स बनाए गए हैं जहाँ कचरे से खाद बनाने और प्लास्टिक कचरे के निस्तारण की व्यवस्था है। इस पहल से ग्रामीण जागरूक हुए हैं और गांवों में स्वच्छता बढ़ रही है।

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    एक रुपये स्‍वच्‍छता अभियान से बदल रही गांवों की तस्‍वीर

    राजीव बाजपेयी, लखनऊ। स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण रैकिंग में लखनऊ नगर निगम को देश में तीसरा स्‍थान मिला है। स्वच्छता के मामले में यहां के गांव भी पीछे नहीं हैं। जिले की सौ ग्राम पंचायतों में प्रति‍दिन एक रुपया स्‍वच्‍छता अभियान से डोर टू डोर वेस्‍ट कलेक्‍शन और निस्‍तारण किया जा रहा है। 

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    सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत रिसोर्स रिकवरी सेंटर्स का निर्माण कराया जा रहा है, जिसके तहत कचरे को एकत्र करने के साथ उससे खाद बनाने और प्लास्टिक कचरे के निस्तारण की भी व्यवस्था की गई है। 

    इस पहल के से ग्रामीण भी जागरूक हुए हैं और गांवों में स्वच्छता की बयार बहने लगी है। अब इस पहल को जिले की सभी ग्राम पंचायतों लागू करने की तैयारी की जा रही है।

    मलिहाबाद तहसील की पंचायत नबीपनाह के प्रधान प्रकाश सिंह बताते हैं हमारी ग्राम पंचायत में 1261 घरों से डोर टू डोर कलेक्शन कराया जा रहा है। कूड़ा उठान के लिए विशेष प्रकार से ई रिक्शा तैयार कराए गए हैं, जिनमें सूखा और गीला कूड़ा रखने के अलग अलग केबिन बनाए गए हैं। 

    इसके साथ ही प्लास्टिक वेस्ट के लिए भी अलग से बैग रखे जाते हैं। ग्राम पंचायत में रिसोर्स रिकवरी सेंटर का निर्माण कराया गया है जहां वेस्ट का भंडारण किया जाता है। यहां पर कूड़े को छटाई कर अलग अलग रखा जाता है। 

    ग्राम प्रधान का कहना है कि खाद बनाने के अलावा प्लास्टिक निस्तारण के लिए दाना बनाने की मशीन लगाई जा रही है।

    शादी बरात के लिए भी कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था

    पूरी पंचायत में शादी बरात, सार्वजनिक कार्यक्रमों अथवा भंडारा आदि के समय भी सफाई टीम भेज कर कूड़ा कलेक्शन कराना सुनिश्चित किया जा रहा है। पंचायत ने खुले में कूड़ा फेंकने पर जुर्माना लगाने का भी प्रस्ताव पास किया जिसका सभी पालन कर रहे हैं। 

    प्रत्येक माह स्वच्छता का आडिट किया जाता है जिसमें पंचायत सचिव के अलावा डीएम की तरफ से नामित अधिकारी पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहता है। नबीपनाह की तरह ही दूसरे गांवों में भी इसी तरह डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है।

    सफाई और स्वच्छता को लेकर हमारे प्रयास को सभी ग्राम वासियों का सहयोग मिल रहा है। सभी के सहयोग के बिना गांव में स्वच्छता संभव नहीं है। अब गांव में कहीं पर भी कूड़ा पड़ा नजर नहीं आता है। स्वच्छता के साथ ही पर्यावरण को भी और बेहतर किया जाए इसके लिए भी पंचायत की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं।

    -प्रकाश सिंह, ग्राम प्रधान

    गांव में भी शहर की तरफ सफाई हो सकती है यह हम लोगों ने साबित किया है। पहले भी हम लोग प्रयास करते थे कि गांव साफ सुथरा दिखे जिसका नतीजा है कि जब प्रशासन ने इस अभियान का शुभारंभ किया तो सभी ने सहयोग किया। स्वच्छता के साथ ही गांव से पलायन रोकने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

    -ओम प्रकाश, ग्रामवासी

    गांव में पहले इधर-उधर कूड़ा पड़ा रहता था जिसको लेकर अक्सर विवाद भी होते रहते थे। गंदगी की वजह से तमाम तरह की बीमारियां भी होती रहती थीं। लोग कूड़ा कलेक्शन में सहयोग कर रहे हैं। लोगों का पता है कि यह उनकी बेहतरी के लिए हो रहा है। अब गांवों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ रही है।

    -भीम प्रकाश, समाजसेवी

    एकत्र राशि का स्वच्छता के लिए उपयोग

    लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी बताते है कि एक रुपये स्‍वच्‍छता अभियान से गांवों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ी है। डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन से ग्राम पंचायत के परिवारों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से एकत्रित शुल्क सफाई पर व्यय किया जा रहा है। 

    जून माह में इन पंचायतों में करीब 17 लाख रुपये की धनराशि एकत्र की गई है। प्रत्येक पंचायत में स्वच्छता का आडिट हो रहा है जिसकी बैठकों में जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी प्रेक्षक के तौर पर लगाई जा रही है। 

    सभी ग्राम पंचायतों में रेजोल्यूशन जारी कर खाली प्लाटों में कूड़ा नहीं फेंकने और यदि कोई व्यक्ति, संस्थान या प्रतिष्ठान द्वारा खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है तो उस पर जुर्माना लगाया जा रहा है। सौ ग्राम पंचायतों में यह व्यवस्था पूरी तरह लागू कराने के बाद दूसरे चरण में शेष पंचायतों को लिया जाएगा।