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    लखीमपुर में प्रसव के दौरान गर्भवती की मौत, परिजनों में अस्पताल प्रशासन पर लगाया आरोप

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 03:18 PM (IST)

    लखीमपुर के गोला गोकर्णनाथ में एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप ल ...और पढ़ें

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    प्रसव के दौरान गर्भवती की मौत।

    संवाद सूत्र, गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर)। एक निजी अस्पताल में शुक्रवार देर शाम प्रसव लिए लाई गई एक गर्भवती की मौत हो गई। परिवारजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। बताते हैं कि अस्पताल का पंजीकरण तक नहीं है। जिम्मेदारों से लेकर लोगों की नजरों से बचने के लिए अस्पताल संचालकों ने बाहर बोर्ड तक नहीं लगाया था।

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    हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव कोटवारा के मजरा नौगवां निवासी शिवम ने शुक्रवार की दोपहर अपनी 23 वर्षीय पत्नी रिंकी देवी को डिलीवरी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।

    मृतका के पति शिवम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही उन्हें एक आशा मिली, जिन्होंने पास में ही एक परिचित अस्पताल बताते हुए नार्मल डिलीवरी करने की बात कही, जिसको लेकर वह और उनके परिवार के लोग तैयार हो गए।

    उन लोगों ने लक्ष्मी मैरिज लान के सामने स्थित सरला हॉस्पिटल में पत्नी रिंकी देवी को भर्ती कराया। जहां शुक्रवार की शाम उनकी पत्नी रिंकी देवी ने एक पुत्री को जन्म दिया। अस्पताल के चिकित्सक ने पुत्री का जन्म होने के लगभग तीन घंटे बाद डिलीवरी रूम से उसकी पत्नी रिंकी देवी को बाहर निकाला।

    इस दौरान चिकित्सक ने बताया कि रिंकी देवी की हालत गंभीर है और उन्हें लखीमपुर अस्पताल ले जाना पड़ेगा। जिसको लेकर अस्पताल प्रशासन ने ही एक एंबुलेंस को बुलाया और उसकी पत्नी रिंकी देवी को अचेत अवस्था में एंबुलेंस में लिटा दिया।

    जिसको लेकर परिवारजनों को शक हुआ और वह रिंकी देवी को लेकर लखीमपुर मार्ग स्थित एक अन्य अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत रिंकी देवी को मृत करार दिया।

    इसके बाद परिवारजन शव को लेकर दोबारा सरला अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सक अस्पताल के शटर में ताला डालकर फरार हो चुके थे। इसके बाद परिवारजनों ने डायल 100 को फोन कर सूचना दी।

    सूचना पर पहुंचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधीक्षक डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि मृतका के परिवारजनों ने जो अस्पताल बताया है। मौके पर न तो उस नाम कोई बोर्ड लगा मिला और न ही कोई मौजूद मिला। फिलहाल सरला नाम से कोई भी अस्पताल पंजीकृत नहीं है।