उत्तर प्रदेश में ये रेलमार्ग 3 महीने से है बंद, बारिश और बैराज के पानी से ट्रैक को हुआ बड़ा नुकसान
लखीमपुर खीरी में मैलानी-नानपारा रेल मार्ग पर ट्रेनों का निरस्तीकरण 15 अक्टूबर तक बढ़ गया है। बारिश और बाढ़ के कारण ट्रैक के नीचे पानी का रिसाव होने से 30 जून से ट्रेनों का आवागमन बंद है। रेलवे ट्रैक की मरम्मत में देरी हो रही है जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। व्यापार मंडल ने इस समस्या का स्थाई समाधान निकालने की मांग की है।

जागरण संवाददाता, लखीमपुर। रेलवे विभाग ने मैलानी-नानपारा मार्ग की ट्रेनों का निरस्तीकरण 15 दिन और बढ़ाकर अब 15 अक्टूबर तक कर दिया है।बारिश और बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से बीते तीन माह पहले 29 जून को मैलानी-नानपारा रेल मार्ग के भीरा और पलिया कलां स्टेशनों के बीच अतरिया क्रॉसिंग के पास ट्रैक के नीचे से पानी का रिसाव आर पार होने लगा था।
जिस कारण नानपारा की ओर से आने वाली तीनों गाड़ियों को 10 किलोमीटर प्रति घंटे का कासान लेकर मैलानी की तरफ भेजा गया था।रेल ट्रैक के नीचे पानी का रिसाव कम न होने के चलते 30 जून से इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन बंद चल रहा है।रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा रेलवे ट्रैक के आसपास पानी भरा होने के चलते अभी तक रेलवे ट्रैक को फिट नहीं दिया जा सका है।
जिला उद्योग व्यापार मंडल के जिलामंत्री अंकित गोयल का कहना है कि रेल विभाग द्वारा जब तक मैलानी नानपारा रूट के भीरा पलिया रेलवे स्टेशनों मध्य हर वर्ष बाढ़ के पानी से रेल लाइन कट जाती है,जब तक इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं होगा तबतक यह समस्या आगामी वर्षों में भी बनी रहेंगी और रेल यात्रियों को परेशानी का सामना निरंतर करना पड़ेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।