पुरानी पेंशन की बहाली को एकजुट हुए कर्मचारी संगठन
शहर में निकाली पदयात्रा जताई आपत्ति
लखीमपुर : शुक्रवार को अटेवा पेंशन बचाओ मंच के तत्वावधान में पुरानी पेंशन बहाली के लिए एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा प्रदेश संगठन मंत्री संदीप वर्मा, जिला संयोजक विश्वनाथ मौर्य की अगुवाई में कर्मचारी विलोबी मैदान में इकठ्ठा हुए। कर्मचारियों ने शहर के मुख्य मार्गों सदर चौराहा से होते हुए अस्पताल रोड, जेल रोड, जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया।
पदयात्रा में विभिन्न शिक्षक, कर्मचारी संगठनों, सिचाई संघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, वाणिज्यकर संघ, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, सिचाई संघ शारदा नगर, वन कर्मचारी सहायक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, राज्य विद्युत परिषद कर्मचारी संघ, 69000 शिक्षक भर्ती, नर्सेज संघ, पीडब्ल्यूडी संघ, लेखपाल संघ आदि तमाम संगठनों ने प्रतिभाग किया।
अटेवा जिला संयोजक विश्वनाथ मौर्य ने बताया कि प्रदेश सरकार की सेवाओं में एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक कर्मचारी अधिकारी पुरानी पेंशन व्यवस्था से वंचित हैं। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष विजय विजय बंधु के नेतृत्व में लगातार संघर्ष कर रहा है। सरकार शीघ्र पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं करती है, निजीकरण को बंद नहीं करती है तो आगामी 21 नवंबर को विधानसभा का घेराव कर आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष महंत सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है। सिचाई संघ के जिला मंत्री सुरेंद्र मौर्य ने कहा कि नई पेंशन व्यवस्था शेयर मार्केट आधारित है, जो स्वीकार नहीं है। निजीकरण देश के लिए घातक है। लेखपाल संघ के मंत्री अमरीश ने कहा कि पुरानी पेंशन की लड़ाई में पूर्ण मनोयोग से संघर्ष किया जाएगा। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा का साथ देने का वादा किया। इस मौके पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष महान सिंह एवं अटेवा के वरिष्ठ सलाहकार संतोष वर्मा, डॉ. कमल किशोर मौर्य, राजेश पांडेय, संतोष वर्मा, ओमप्रकाश, डाली वर्मा, नीलम राज, सुरेंद्र मौर्य आदि मौजूद रहे।