पारदर्शी कोच में बैठकर सैलानी कर सकेंगे दुधवा की सैर
दुधवा की जंगल सफारी करने वालों के लिए खुशखबरी है।
लखीमपुर: दुधवा की जंगल सफारी करने वालों के लिए खुशखबरी है। शीघ्र ही उन्हें पारदर्शी विस्टाडोम कोच में बैठकर दुधवा का नजारा देखने को मिल सकता है। पूर्वोत्तर रेलवे को जल्द ही दो ऐसे नए कोच मिलने वाले है। इसके बाद इन्हें मैलानी से नानपारा रेल मार्ग पर चलाया जाएगा। जिसमें बैठकर सैलानी दुधवा के वन्यजीवों व पार्क की जैवविविधता का आनंद ले सकेंगे। दुधवा में स्वच्छंद विचरते वन्यजीवों का दीदार करना अपने आप में एक सुखद अनुभूति होती है। घने जंगलों के बीच जब कोई बाघ किसी हिरन का शिकार कर रहा हो या फिर जलाशय के पास इत्मीनान से बैठकर धूप सेंक रहा हो, तब उसे देखना दुधवा का नैसर्गिक सौंदर्य है। यह नजारा पारदर्शी शीशों की छत व शानदार खिड़कियों वाले विस्टाडोम कोच में सफर करते हुए देखने का अलग ही मजा होगा। इसके लिए वन विभाग व पर्यटन विभाग मिलकर इसके लिए योजना बनाएंगे। एनईआर को दो विस्टाडोम कोच जल्द मिलने वाले हैं। रेलवे के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दो साल पूर्व प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रेलवे को 40 करोड़ रुपये दिए थे। तब मैलानी से बहराइच के बीच हैरीटेज ट्रेन चलाने की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन उसी बीच मैलानी से बहराइच रेल प्रखंड पर ट्रेनों का संचालन रेल महकमे ने रोक दिया था। इससे हैरीटेज ट्रेन चलाने की योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई। अब पुन: ट्रेनों का संचालन शुरु कर दिया गया है और रेल लाइन भी ठीक काम कर रही है। विस्टाडोम कोच की खूबी
विस्टाडोम कोच में बड़े बड़े ग्लास लगाए गए हैं, जिससे सफर के दौरान प्रकृति का सुंदर नजारा देखना सुगम होगा। एक कोच में 44 सीट होगें। पर्यटकों के आराम के लिए एयर स्प्रिंग सस्पेंशन लगाया गया है। इलेक्ट्रानिक नियंत्रित वाली कांच की छत होने से पर्यटक आसमान का नजारा भी देख सकेंगे। हर सीट में नीचे चार्जिंग प्वाइंट, संगीत सुनने के लिए डिजिटल स्क्रीन साउंड और वाईफाई भी है। कहते हैं जिम्मेदार
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि विस्टाडोम कोच जल्द ही रेलवे को मिलने वाले हैं। इनके मिलने के बाद उससे पर्यटकों को दुधवा का भ्रमण कराने की योजना शुरू की जाएगी।