नोटबंदी से बड़े लोगों को बड़ी तकलीफें, छोटे लोगों को छोटी तकलीफ : मोदी
कुशीनगर में परिवर्तन रैली में पीएम ने कहा कि नोटबंदी के बेहतर परिणाम कुछ समय बाद दिखाई देंगे। फिलहाल जो परेशानियां हैं, वो अल्प काल के लिए है।
कुशीनगर[आनंद राय]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर में लोगों को भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाएगी। काला धन बाहर लाने के अभियान में हम लगे हैं। इसी कारण सभी को थोड़ी तकलीफ होगी। मेरा निर्णय सरल नहीं है, इसको लागू करना भी सरल नहीं था, लेकिन आप सभी लोगों के भरोसे ने मुझे इस फैसले को लागू करने का साहस दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी पिछले दिनों हमने 500 और हजार के नोट बंद करा दिया। उन्होंने जनता से पूछा कि भ्रष्टाचार दूर होना चाहिए कि नहीं, आज हम केंद्र सरकार के फैसले को स्वीकार करने का आभार व्यक्त करने आए हैं। उन्होंने कहा कि हमने नोटबंदी के लिए 50 दिन मांगे हैं। इसमें बड़े लोगों को बड़ी बड़ी तकलीफें होगीं, छोटे लोगों को छोटी तकलीफ होंगी। पीएम मोदी ने कहा कि हमने जनता जनार्दन के आशीर्वाद से यह फैसला लिया है। लोकतंत्र में ऐसा फैसला लेना आसान नहीं। मैं जनता का आभार व्यक्त करता हूं। सरकार आपकी समस्याओं के समाधान में लगी है। देशवासियों ने तकलीफ सहकर मेरा साथ दिया है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम एक तरफ तो देश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर काला धन बंद करने के अभियान में लगे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष भारत बंद करने के अभियान में लगा है। एक तरफ हम भ्रष्टाचार का राता बंद करने में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ भारत बंद कर रहे हैं। हमने तो सिर्फ गरीब के लिए यह रास्ता चुना है। 70 वर्ष से जिसने लूटा है उन पैसों को निकाल करके गरीब की झोपड़ी में जाना है। अब हम देश को लुटने नहीं देंगे। जिस देश में सवा सौ करोड़ लोग हों वहां पर भ्रष्टाचार का खात्मा होगा ही। देश की 125 करोड़ जनता के भरोसे के दम पर हम भ्रष्टाचार को खत्म करने के अभियान में लगे है।
देखें तस्वीरें : कुशीनगर की रैली में पीएम मोदी के डिफरेंट मूड्स
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब हम देश को लुटने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नोट बंद करने पर हमने 50 दिन मांगी है, अभी 20 दिन बाकी है। देशवासियों ने तकलीफ सहकर हमारा साथ दिया है। उन्होंने कहा कि आपको मोबाइल रिचार्ज करने आ गया न, कोई नहीं सिखाने आया था। आज के दौर में तकनीक इतनी सरल है कि यहां बैठकर मोबाइल से फोटो भेज रहे हैं। जितनी आसानी से मोबाइल रिचार्ज करा सकते हैं तो उतनी ही आसानी से मोबाइल फोन से खरीददारी कर सकते हैं। पहले बटुआ रखना पड़ता था, बटुए में पैसे रखने पड़ते थे। अब सब कार्य मोबाइल से हो रहा है। आज आप जितनी आसानी से मोबाइल रिचार्ज करा सकते हैं तो उतनी ही आसानी से मोबाइल फोन से खरीददारी भी कर सकते हैं। आज आपने अखबारों में विज्ञापन देखा होगा। इसे पढें। इसमें मोबाइल प्रयोग की विधि बताई गई है। भाजपा कार्यकर्ता इसे हर दुकान के सामने लगा दें। इसी के साथ नौजवानों, सरकारी कर्मचारियों से आग्रह है कि वह अपने आस-पड़ोस के लोगों को मोबाइल से खरीदारी का तरीका बताएं।
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कृषि प्रधान देश में किसान परेशान
उन्होंने कहा कि हम सुनते आए हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। आज हमारे गांव, गरीब व किसान ताकतवर होते तो समस्याओं दूर करने के लिए सबसे पहले खड़े होते। उन्होंने कहा कि मैं आप का प्रधान सेवक होने के नाते भरोसा दिलाता हूं कि कभी भी किसी को परेशान नहीं होने दूंगा। वह जमाना चला गया कि लोग देने वाले हैं, हम तो सेवक हैं, आपका कष्ट हमारा है। अगर देने वाला कोई है तो वह जनता जनार्दन है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवर्तन के कारण थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन उसके परिणाम दूरगामी होते हैं। दिल्ली में बैठी सरकार गरीब, किसानों, दलित, पीडि़त, शोषित वंचित लोगों के लिए समर्पित है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश तथा उत्तर प्रदेश का गन्ना किसान किन परिस्थितियों से गुजरा है, कौन नहीं जानता है। गन्ना किसानों का बकाया 22 करोड़ हजार बकाया था। लखनऊ में सरकार को परवाह नहीं थी। जब दिल्ली में सरकार बनी तो उत्तर प्रदेश के लोगों ने सेवा करने का अवसर दिया तो गन्ना किसानों का कुछ बकाया रह गया है, बाकी सभी किसानों के पास चला गया। जब चीनी का दाम कम हो जाता है, तो चीनी मिलें बंद हो जाती हैं, किसानों का गन्ना नहीं खरीदा जाता है, किसान चुपचाप सहता रहता है। चीनी का दाम कम हो जाए तो चीनी मिल एथनाल बनाएं पर चीनी मिल बंद नहीं होनी चाहिए।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि उत्तर प्रदेश का भला तब तक भला नहीं हाूेगा, जब तक पूर्वी उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होगा, विकास के लिए रेल तथा रोड का काम होना चाहिए। इसके लिए भारत सरकार अरबो, खरबों रुपये खर्च कर रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोई बीमार हो जाए तो कहां जाए, केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि गोरखपुर में एम्स लगाकर यह सुविधा दी जाएगी।
हमने देखा है कि हमारे किसानों को जब यूरिया चाहिए तो उसे रात-रात भर कतार में खड़ा रहना पड़ता था, तब पुलिस लाठी चार्ज करती थी। आपने देखा होगा कि अब यूरिया के लिए किसानों को कतार नहीं लगानी पड़ती, पुलिस को लाठी चार्ज नहीं करनी पड़ती। तब केमिकल के कारखानों में सस्ते में यूरिया दे दिया जाता था। यूरिया उद्योगपतियों की भलाई के लिए काम आता था। हमने नीम कोटिंग करा दी, तबसे चोरी बंद हो गई। क्या पहले इसका ज्ञान नहीं था। उन्हें किसानों की चिंता नहीं थी, अपितु उद्योगपतियों की चिंता थी। हमने ऐसी व्यवस्था की कि वह अब खरीद ही नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोई मरीज जाता था, तब डाक्टर कहते हैं कि पहले ब्लड टेस्ट कराओ, यूरिन की टेस्ट कराओ, उसी तरह धरती मां की जांच कराने की व्यवस्था कराई।
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किसान बीमा का यूपी में लाभ नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा किसान कितनी ही मेहनत करे, लेकिन जब प्राकृतिक आपदा आ जाए तो किसान दुखी, बाढ, सूखा आदि से किसान दुखी हो जाता है, हमने किसान बीमा योजना शुरू की। अब फसल बर्बाद हो जाए तो उसका पैसा किसान बीमा के माध्यम से सरकार देगी। पहली बार दिल्ली में ऐसी सरकार बनी है जिसने प्रधान मंत्री बीमा योजना शुरू की है कि यदि किसान ने बोआई नहीं की तब भी उसे बीमा का लाभ मिलेगा। दिल्ली की सरकार किसानों की चिंता करने वाली सरकार है। बोआई से लेकर कटाई तक दिल्ली की सरकार दे रही है। इसके बाद भी उत्तर प्रदेश की सरकार किसान बीमा योजना लागू नहीं कर रही है।
इहै धरती शांति का उपदेश दिहलयल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भगवान बुद्ध की धरती से भोजपुरी में अपना संबोधन शुरू कर लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद कहा कि इहै धरती शांति का उपदेश दिहलयल।भोजपुरी में संबोधन शुरू करने के दौरान उन्होंने भगवान बुद्ध व महावीर के साथ महायोगी गोरक्षपीठ और संतकबीर का स्मरण किया। मंच पर विराजमान नव नव जवान श्री केशव प्रसाद, अनुप्रिया पटेल, याेगी आदित्य नाथ, कलराज मिश्र, रीता बहुगुणा, स्वामी प्रसाद मौर्य, राजेश पांडेय, स्वतंत्र देव, शिव प्रसाद शुक्ल आदि का नाम लेते हुए कहा कि आज एब फिर यहां आने का सौभाग्य मिला। मैं काशी क्षेत्र से चुनाव लड़ रहा था, कुशीनगर में भी आया था, लेकिन उस सभा में इतनी बड़ी तादात नहीं थी। आज माताएं, बहने भी आई हैं। सभी का सिर झुकाकर नमन करता हूं।
कुशीनगर में प्रधानमंत्री का स्वागत
कुशीनगर में भाजपा की सत्ता परिवर्तन रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री दिल्ली से चलकर गोरखपुर से हेलीकाप्टर से कुशीनगर में मंच पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने हाथ हिलाकर स्वागत किया। मंच पर केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्रा,केशव मौर्या,ओम माथुर,रीता जोशी,स्वामी प्रसाद मौर्या मौजूद हैं। कुशीनगर में मंच पर प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद, ओम माथुर, कलराज मिश्र, योगी आदित्यनाथ आदि ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
कुशीनगर की सियासत धारा के विपरीत चलती रही
बिहार की सीमा से सटी गौतमबुद्ध की निर्वाण स्थली कुशीनगर की सियासत धारा के विपरीत चलती रही है। आजादी के बाद पहले आम चुनाव में ही यहां के लोगों ने कांग्रेस की राह छोड़कर सोशलिस्ट पार्टी का परचम लहराया था। यहीं के रामकोला गन्ना किसान आंदोलन के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में सपा और मुलायम सिंह यादव की भी ताकत बढ़ी। बदलाव का तेवर यहां की फितरत में है, लेकिन मोदी के उभार के बाद यहां के लोग उनकी धारा में बहते दिखे हैं। 2014 में पूरे प्रदेश की तरह कुशीनगर ने भी कमल खिलाने में कोई कोताही नहीं की। अब मोदी के जरिये भाजपा यहां मिशन 2017 फतह करने में जुटी है।
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कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के कमर कस ली है। भाजपा की कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में है। लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने भी जो वायदे किये उसे पूरा करने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं। एक मई को जब वह बलिया जिले से योजना शुरू कर रहे थे, तब चौके-चूल्हे से रिश्ता जोड़ने की उनकी आवाज कुशीनगर में भी खूब सुनी गई। बाढ़ का प्रकोप और गरीबी ङोल रहे कुशीनगर में गन्ने की खेती पहले ही दम तोड़ चुकी है। इंसेफलाइटिस की मार से यहां का बचपन पिछले तीन दशकों से कराह रहा है। 22 जुलाई को जब गोरखपुर में मोदी फर्टिलाइजर कारखाना और एम्स की आधारशिला रख रहे थे तब उनका यह पैकेज कुशीनगर के लिए भी था। दम तोड़ते बचपन को बचाने, किसानों की उम्मीद और बेरोजगारों को रोजगार की उनकी पहल को कुशीनगर ने शिद्दत से महसूस किया है।
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