Kushinagar Flood Alert: नारायणी के बदले रुख से खड़ी हुई परेशानी, छितौनी बांध पर मंडराता खतरा
नेपाल में बारिश कम होने से नारायणी नदी का जलस्तर घटा है लेकिन नदी के रुख में बदलाव से चिंता बढ़ गई है। नदी किमी 8.700 के पास ठोकर पर दबाव बनाते हुए कटाव कर रही है जिससे छितौनी बांध के आसपास के गांवों के 30 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। विभाग कटाव रोकने के लिए मरम्मत कार्य कर रहा है और बांध को सुरक्षित बताया जा रहा है।

संवाद सूत्र, खड्डा (कुशीनगर)। नेपाल में वर्षा थमने और वाल्मीकिनगर बैराज से डिस्चार्ज में लगातार गिरावट आने के बाद नारायणी नदी का जलस्तर काफी घटा है। मंगलवार को जलस्तर चेतावनी बिंदु से 20 सेमी नीचे रहा।
इसके बाद भी नदी के रुख में बदलाव से परेशानी खड़ी हो गई है। अब किमी 8.700 के समीप स्थित ठोकर पर दबाव बढ़ाते हुए कटान करने लगी है। इससे छितौनी बांध के समीपवर्ती गांवों की 30 हजार आबादी की चिंता बढ़ गई है।
एक पखवारा पहले भैंसहा गांव के सामने छितौनी बांध के किमी 8.800 के समीप ठोकर से कुछ दूर कटान कटान करती नदी बांध की तरफ बढ़ रही थी। पानी की धारा व बांध के बीच की दूरी सिमटती जा रही थी।
ठोकर के अप और डाउन स्ट्रीम में एप्रन का लगभग 10 से 15 मीटर हिस्सा कट कर धारा में विलीन हो गया था। एप्रन को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही कटान करती नदी बांध बांध की ओर बढ़ रही थी। उसी दौरान जलस्तर घट गया तो विभाग ने कटान स्थल की मरम्मत करा दी थी।
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सोमवार की सुबह नदी बैक रोलिंग करते हुए किमी 8.700 पर स्थित ठोकर पर दबाव बनाते हुए कटान करती बांध के काफी समीप पहुंच गई। बांध की सुरक्षा को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं। उनका कहना है कि कटान रोकने को लेकर विभाग के अधिकारी सतर्क नहीं हैं। पिछले एक पखवारा से मरम्मत के नाम पर खानापूरी हो रही है।
एसडीओ मनोरंजन कुमार ने कहा कि कटान स्थल पर लगातार परक्यूपाइन, बोल्डर और बालू भरी बोरियों को जाली में भरवाकर डलवाया जा रहा है। बांध पूरी तरह सुरक्षित है, कोई खतरा नहीं है।
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