Monkey Attack: कुशीनगर में बंदरों का आतंक, मां की गोद में बच्चे को काट कर किया घायल
कुशीनगर के पटहेरवा में एक बंदर ने मां की गोद में पल रहे बच्चे को काटा और एक वृद्धा पर हमला कर दिया। बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया जबकि वृद्धा की हालत गंभीर होने पर उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। पिछले एक महीने में बंदर 32 से अधिक लोगों को घायल कर चुका है जिससे इलाके में दहशत है।

संवाद सूत्र, जोकवा बाजार (कुशीनगर)। पटहेरवा के रहसू शुमाली पट्टी में गुरुवार की सुबह उत्पाती बंदर ने एक मां की गोद में ढाई माह के शिशु व अधेड़ महिला को काट कर घायल कर दिया। जख्मी हालत में दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के बाद शिशु को चिकित्सकों ने घर भेज दिया तो महिला की हालत गंभीर देखकर मेडिकल कालेज गोरखपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
सुबह सात बजे राजेश यादव की पत्नी अपने ढाई माह के शिशु अंश को गोद में लेकर दरवाजे पर बैठी थीं कि इस दौरान पहुंचा बंदर गोद से शिशु को छीनने लगा। प्रतिरोध करने पर शिशु के चेहरे पर पंजा मार कर भाग गया। दूसरी घटना चौराखास के कोटवा करजहीं में हुई।
68 वर्षीय कलावती देवी मकान की छत पर कार्य कर रही थीं कि बंदर ने हमला कर चेहरा नोच लिया। चिल्लाने पर घर के लोग पहुंचे तो बंदर भाग गया। इस क्षेत्र के लगभग 10 से अधिक गांवों में बीते एक महीने में बंदर 32 से अधिक लोगों को काट कर जख्मी कर चुका है।
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फाजिलनगर सीएचसी पर वैक्सीन न होने का लगा आरोप
फाजिलनगर सीएचसी पहुंचे जख्मी शिशु एवं अधेड़ महिला के स्वजन ने आरोप लगाया कि बिना वैक्सीन लगाए गए ही जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
अधीक्षक डा. यूएस नायक ने बताया कि रैबीज का टीका सीएचसी पर उपलब्ध है। अगर कोई बंदर या कुत्ता ज्यादा काट लेता है तो ऐसे व्यक्ति को एम्यूग्लोबिन का टीका लगाना आवश्यक होता है, जो केवल मेडिकल कालेज में ही उपलब्ध है। ऐसे लोगों को जिला अस्पताल या मेडिकल कालेज भेजा जाता है।
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