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    Weather Update: कुशीनगर में नहीं निकली धूप, पछुआ हवा ने बढ़ाई गलन; अलाव बना सहारा

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 11:30 AM (IST)

    कुशीनगर में धूप नहीं निकलने और पछुआ हवाओं के चलते गलन बढ़ गई है। शीतलहर के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है और ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले ...और पढ़ें

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    रगड़गंज पुल पर कागज व लकड़ी जलाकर हाथ सेंकती महिलाएं व पुरुष।

    जागरण संवाददाता, कुशीनगर। सामान्य से नीचे लुढ़कते अधिकतम तापमान के बीच धूप नहीं निकली, जिससे सर्द पछुआ हवा के आगे कोई जोर नहीं चला तो गलन भरी ठंड ने पूरी तरह से कंपाया।

    दिन में लगभग चार बजे ही अंधेरा छाने लगा तो ठंड का जोर भी बढ़ने लगा। इसका सीधा असर आम जनजीवन पर तो दिखा ही, बाजार को भी ठंड लगती दिखी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया था, जो रविवार को भी बरकरार रहा।

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    सर्द पछुआ हवा ने ठिठुरन इस कदर बढ़ा दी है कि लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। दोपहर में धूप निकलने की उम्मीद लगाए लोगों को निराशा ही हाथ लगी। ठंडी हवाओं ने आगे सभी बेबस दिखे। आलम यह रहा कि दिन में चार बजते ही फिर से धुंध और अंधेरा छाने लगा, जिससे तापमान में भी कुछ गिरावट दर्ज की गई।

    ठंड का सीधा असर बाजारों और आम जनजीवन पर दिख रहा। शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। लोग जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं। व्यवसायियों का कहना है कि ठंड के कारण ग्राहकों की आवाजाही कम हो गई है, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।

    प्रशासन द्वारा मुख्य चौक-चौराहों पर अलाव जलाने के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि ये इंतजाम नाकाफी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी खराब है, जहां लोग सूखे पत्तों और लकड़ियों के सहारे रात काटने को मजबूर हैं।

    बेसहारा पशुओं और खुले में सोने वाले मजदूरों के लिए यह मौसम और भारी पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दो-तीन दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं है। गलन और कोहरा और बढ़ सकता है, जिससे आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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    सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जल रहे अलाव

    दिसंबर के तीसरे सप्ताह की समाप्ति के साथ ही पछुआ हवा के तेज होने का असर मैदानी इलाकों में साफ दिखाई देने लगा है। तापमान में आई गिरावट के कारण कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। इसके बावजूद क्षेत्र के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है।

    सलेमगढ़ के व्यस्त हाईवे चौराहा, बाजार के दो प्रमुख चौराहों, बसडीला बुजुर्ग गांव के शांति चौक बाजार, तरया लच्छीराम चौराहा व हफुआ बलराम चौराहे सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अलाव नहीं जलाए गए।

    ठंड से राहत न मिलने पर लोग कूड़ा-करकट जलाकर हाथ सेंक रहे हैं। एसडीएम आकांक्षा मिश्रा ने बताया कि, सभी लेखपालों को सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आमजन को ठंड से राहत मिल सके।