सोखा के तंत्र-मंत्र करते ही तालाब किनारे नाचने लगीं दोनों महिलाएं, संतुलन बिगड़ा और गहरे पानी में समा गईं
कुशीनगर में झाड़-फूंक कराने गईं दो महिलाओं की तालाब में डूबने से मौत हो गई। अंधविश्वास में नाचते गाते समय संतुलन बिगड़ने से वे गहरे पानी में गिर गईं। झाड़-फूंक करने वाला और अन्य महिलाएं मौके से भाग गईं। कुईचवर दुर्गा मंदिर के पास हुई इस घटना के बाद गांव के युवाओं ने दोनों को बाहर निकाला लेकिन अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

जागरण संवाददाता, कुशीनगर। झाड़-फूंक कराने गईं दो महिलाओं की तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई। घटना तब हुई जब अंध विश्वास में नाचते गाते समय अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और गहरे पानी में गिर पड़ीं। यह देखकर झाड़ फूंक करने वाला और आईं अन्य महिलाएं भाग चलीं।
कप्तानगंज थाना के कुईचवर दुर्गा मंदिर के समीप मंगलवार की शाम चार बजे हुई यह घटना के बाद तालाब के समीप भीड़ जुट गई। गांव के युवाओं ने दोनों को बाहर निकाला।सीएचसी कप्तानगंज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
कुईचवर दुर्गा मंदिर के समीप एक युवक महिला संग तालाब के किनारे झाड़ फूंक करता है। बताया जा रहा है कि कप्तानगंज थाना के ही गांव सोना पाकड़ उर्फ ठाकुरबारी की रहने वालीं 46 वर्षीय कुसमावती प्रसाद व 45 वर्षीय रीता देवी इनके पास झाड़ फूंक कराने पहुंची थीं।
सोखा कार्य करने वाले व्यक्ति ने प्रेत की साया महिलाओं पर होने की बात कहकर तंत्र मंत्र करने लगा। इस दौरान दोनों महिलाएं नाचने गाने लगीं। नाचते गाते तालाब की ओर बढ़ीं तो गहरे पानी में जा गिरीं।
चीख पुकार सुनकर मंदिर गए लोग व अगल बगल गांव के ग्रामीण भी जुट गए। तैराकी जानने वाले कुछ साहसी युवकों ने दोनों महिलाओं को तालाब से बाहर निकाला। अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
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