पैसे कानूनगो ने मछुआ प्रतिनिधि को दिए, कहा- इसे चेक करिए... इतने में ही सामने से पहुंच गई विजिलेंस की टीम
कप्तानगंज तहसील परिसर में सतर्कता आयोग (विजिलेंस) की गोरखपुर इकाई ने दस हजार रुपये की घूस लेते कानूनगो और मछुआ प्रतिनिधि को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कानूनगो मत्स्य पालन हेतु आवंटित तालाब के बदले पट्टाधारक से 40 हजार रुपये घूस मांग रहे थे। पैसा न मिलने पर वे आवंटन रद्द कराने की धमकी दे रहे थे। परेशान पट्टाधारक ने इसकी शिकायत विजिलेंस में कर मदद मांगी थी।
जागरण संवाददाता, कप्तानगंज। सतर्कता आयोग (विजिलेंस) की गोरखपुर इकाई ने कप्तानगंज तहसील परिसर से दस हजार घूस लेते कानूनगो व मछुआ प्रतिनिधि को मंगलवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कानूनगो मत्स्य पालन हेतु आवंटित तालाब के बदले पट्टाधारक से 40 हजार रुपये घूस मांग रहे थे। परेशान पट्टाधारक ने इसकी शिकायत विजिलेंस में कर मदद मांगी थी।
मुकदमा पंजीकृत करा टीम ने आवश्यक कार्रवाई पूरी की। कप्तानगंज के मुजहना के हीरा साहनी को गांव में ही स्थित तालाब आठ लाख 35 हजार में बीते 21 अक्टूबर को पट्टा आवंटित हुआ था। नियमानुसार एक चौथाई धनराशि उन्होंने सरकारी खाते में जमा करा दी। तालाब का पूर्ण रूप से पट्टा कराने के नाम पर कानूनगो शिव प्रसाद गुप्त 40 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। पैसा न मिलने पर वे आवंटन रद्द कराने की धमकी दे रहे थे।
परेशान होकर विजिलेंस टीम गोरखपुर को दी सूचना
परेशान पट्टाधारक हीरा ने विजिलेंस टीम गोरखपुर को इसकी सूचना दी। दोपहर तीन बजे पीड़ित दस हजार रुपये लेकर तहसील पहुंचा। फोन कर कानूनगो से मिलने को कहा तो वे अपने कक्ष में आने को कहे। हीरा वहां पहुंचे तो कानूनगो व मछुआ प्रतिनिधि राजेश साहनी मौजूद थे।मछुआ से चेक करने को कहा...
हीरा ने रुपये कानून-गो को दिए। रुपये लेकर उन्होंने बगल में बैठे मछुआ प्रतिनिधि को दे दिए। कहे कि इसे चेक करिए। इस बीच विजिलेंस ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कानूनगो के घूस लेते पकड़े जाने की खबर फैल गई। कुछ ही समय में राजस्वकर्मी मौके पर इकट्ठा हो गए और फर्जी तरीके से फंसाने का आरोप लगाने लगे।
विवाद की जानकारी पर एसडीएम भी पहुंचे
विवाद की जानकारी पर एसडीएम योगेश्वर सिंह, तहसीलदार दिनेश कुमार, नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह, एसएचओ धनवीर सिंह पहुंचे। राजस्वकर्मियों को शांत कराए। टीम आरोपितों को लेकर कप्तानगंज थाने गई। एफआइआर पंजीकृत कराया। टीम के हेड व प्रभारी निरीक्षक प्रदीप सिंह ने बताया कि आरोपितों को कल विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा। टीम में कुल दस सदस्य शामिल रहे।ये भी पढ़ें - मिलावटी मिठाई की ऐसे होगी पहचान, हो जाएं सावधान! कहीं आपके घर भी नकली खोवा-पनीर और दूध तो नहीं पहुंच गयाSSC ने उपलब्ध कराई नई डिजिटल सुविधाएं, ऑनस्क्रीन कैलकुलेटर और स्टीम टेबल की मिलेगी सुविधा
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