Kushinagar News: पशु तस्करों के एक दर्जन पिकअप, दो ट्रैक्टर-ट्राली जब्त
गोरखपुर में पशु तस्करों द्वारा हत्या के बाद गोपालगंज के दुबौली तकिया गांव में बिहार पुलिस कैंप कर रही है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल होने वाले कई वाहन जब्त किए हैं। 23 मई 2025 को पुलिस टीम पर हमले के बाद कई तस्करों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन कई अभी भी फरार हैं। दुबौली तकिया गांव पशु तस्करी का केंद्र माना जाता है।

संवाद सूत्र, सलेमगढ़। गोरखपुर के महुअचाफी में पशु तस्करों द्वारा किए युवक की हत्या की घटना के तीन बाद बिहार के गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना के दुबौली तकिया गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है। बिहार पुलिस गांव में कैंप कर रही है।
वहीं यूपी पुलिस, एसटीएफ भी गांव के आसपास बार्डर से आने-जाने वाले लोगों की भी समय पर रात में जांच परख कर रही है।शनिवार के देर सायं तक एसपी अवधेश दीक्षित के निर्देश पर बिहार गोपालगंज जिले के एसडीपीओ प्रांजल कुमार, कुचायकोट के एसएचओ दर्पण सुमन, गोपालपुर के थानाध्यक्ष सुभाष कुमार भारी पुलिस बल के साथ दुबौली तकिया गांव से पशु तस्करी में उपयोग होने वाले तस्करों के दर्जनों से अधिक पिकअप वाहन, दो ट्रैक्टर-ट्राली जब्त कर लिया।
दोनों थाने पुलिस सहित अन्य पुलिस बल गांव में कैंप कर रही है। कुचायकोट एसएचओ ने बताया कि 23 मई 2025 को एक शराब लदे पिकअप यूपी की ओर से आया। उस समय पुलिस बल के साथ तत्कालीन एसएचओ आलोक कुमार पुलिस बल के साथ बलथरी चेकपोस्ट पर वाहनों की जांच कर रहे थे।
पुलिस को देख पिकअप का चालक वाहन वापस लौट भागने लगा। पुलिस टीम पीछा करने लगी। पिकअप दुबौली तकिया गांव में घुस गया जहां पुलिस टीम के पहुंचते ही पूरा गांव ईंट पत्थर, हथियार लेकर टूट पड़ा। घटना में एसएचओ आलोक कुमार, चौकीदार परमिंदर घायल हो गए।
एसएचओ का रिवाल्वर भी तस्करों ने छीन लिया। गोपालगंज एसपी के एक्शन के बाद घटना में 25 नामजद 26 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दस बिहार के दो उत्तर प्रदेश के तस्करों को पकड़ कर जेल भेजा गया। घटना में शामिल फरार चल रहे पुरुष, महिलाओं की भी पुलिस तालाश कर रही है।
इसके पूर्व भी इस गांव में पुलिस और ग्रामीणों से झड़प, मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। बताया जाता है दुबौली तकिया गांव पशु व शराब तस्करों का गढ़ है। इस धंधे में पूरा गांव ही शामिल हैं। इतना ही गांव में ही मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद के दो पशु तस्करों की मीट, बिरयानी की वाकायदा दुकानें भी चलाई जाती हैं।
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इस समय गोरखपुर की घटना के बाद पूरा गांव ही खाली कर तस्कर परिवार सहित फरार है। बिहार और यूपी पुलिस संयुक्त रुप से पता लगाने में जुटी हुई है। कुचायकोट एसएचओ ने बताया कि बिहार के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर यूपी पुलिस का संयुक्त सहयोग किया जा रहा है।
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