Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के इस जिले में नदी का होगा पुनरुद्धार, प्रशासन ने खींचा खाका; खर्च होंगे 6.22 करोड़

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 04:01 PM (IST)

    कुशीनगर में बांसी नदी के पुनरुद्धार के लिए डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने एक माइक्रो प्लान तैयार किया है। 114 किमी लंबी नदी को सिंचाई और बाढ़ खंडों में विभाजित कर कार्य योजना बनाई गई है। सफाई अभियान में जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा और छह करोड़ 22 लाख के डीपीआर को मंजूरी के लिए भेजा गया है।

    Hero Image
    कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक को संबोधित करते डीएम महेंद्र सिंह तंवर (बाएं)। सौ. सूचना विभाग

    जागरण संवाददाता, कुशीनगर। सौ काशी ने एक बांसी लोकोक्ति व भगवान श्रीराम से जुड़ी धार्मिक महत्ता वाली बांसी नदी का अब पुनरुद्धार होगा। इसको लेकर डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने माइक्रो प्लान तैयार किया है। टीम गठित कर 114 किमी लंबी नदी को सेक्टर में विभाजित कर तैयार की गई कार्य योजना पर अमल करने को लेकर मंगलवार को उन्होंने अधिकारियों, ग्राम प्रधानों संग बैठक की। कार्य को मूर्त रूप देने को एक दूसरे से योजना साझा की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डीएम ने बताया कि, बांसी नदी के लंबाई 114 किमी एवं 0 से 60 किमी का क्षेत्र सिंचाई खंड 2 तथा 60 से 114 किमी का क्षेत्र बाढ़ खंड के अंतर्गत आने वाले विभिन्न सेक्टर में विभाजित कर जीर्णोद्धार हेतु कार्य योजना बनाई गई है। बांसी नदी का ड्रोन कैमरे से लिए गए वीडियो भी दिखाया, ताकि कार्य करने को लेकर समझ आसान हो सके।

    सीडीओ गुंजन द्विवेदी को निर्देशित को निर्देशित किया कि, नदी की सफाई हेतु तिथि का निर्धारण कर श्रमदान के रूप में सफाई कार्य किया जाए। इससे सबको जोड़ा जाए। अभियान का हिस्सा आमजन को बनाया जाए। योजना के लिए बनाए गए छह करोड़ 22 लाख के डीपीआर की गहनता से जांच कर शासन को शीघ्र भेजा जाए, ताकि धन की स्वीकृति होते ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाए।

    उन्होंने कहा कि नदी में जलकुंभी पुन: न हो इसके कारकों को खत्म करना होगा। उन्होंने ग्राम प्रधानों से भी टाइड फंड अंतर्गत कार्य कराए जाने की बात करते हुए कहा कि, इस हेतु प्राप्त दो करोड़ में 1.5 करोड़ बांसी नदी हेतु दिया जाएगा। 50 लाख हिरण्यवती नदी के पुनरुद्धार को दिया जाएगा।

    यह भी पढ़ें- बौद्धों के महातीर्थ कुशीनगर में रचा-बसा है भगवान बुद्ध का जीवन दर्शन

    कहा कि जिस विभाग का जो कार्य है उसके संबंध में कार्ययोजना के तहत अपना अपना कार्य शुरू कर दे। कार्ययोजना के तहत कौनसा कार्य एक सप्ताह, कौन सा कार्य 15 दिन, कौनसा कार्य महीने भर में पूर्ण होगा इसका भी उल्लेख किया जाए।

    नदी के किनारों पर पैमाइश के बाद सरकारी भूमि पर तालाब, केले की खेती प्रशासन की देख रख में किए जाने की बात कही। एडीएम वैभव मिश्रा, जिला विकास अधिकारी अरुण कुमार पाण्डेय, डीसी मनरेगा राकेश आदि उपस्थित रहे।