यूपी-बिहार बॉर्डर पर मिले पश्चिम के पशु तस्करों के मकान, बिहार पुलिस द्वारा जब्त वाहनों को गोरखपुर ले गई STF
उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर पशु तस्करी का जाल फैला हुआ है। गोरखपुर में छात्र दीपक की हत्या के बाद एसटीएफ ने गोपालगंज में पशु तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी की। यहाँ मुरादाबाद मेरठ और रामपुर के तस्करों के मकान मिले हैं जो यहाँ स्थायी रूप से रहते थे। तस्करों के तार बंगाल तक जुड़े होने की आशंका है।

अजय कुमार शुक्ल, कुशीनगर। गोरखपुर के महुअचाफी गांव में पशु तस्करों द्वारा छात्र दीपक की हत्या के बाद कार्रवाई का शिकंजा जैसे-जैसे कस रहा है, पशु तस्करों का मजबूत व स्थायी जाल भी सामने आ रहा है। यूपी-बिहार की सीमा पर स्थित गोपालगंज (बिहार) के गोपालपुर थाने के दुबौलिया तकिया गांव में मुरादाबाद, मेरठ, रामपुर आदि शहरों के पशु तस्करों के मकान मिले हैं। यानी, वे यहां स्थायी ठिकाना बनाकर रहते थे। एसटीएफ ने इन मकानों पर नोटिस चस्पा किया है।
तस्करों के तार बंगाल तक जुड़े होने की भी बात कही जा रही है। तस्करी के वाहनों के यूपी से बिहार की सीमा में प्रवेश करते ही ये लोग पशु लदे वाहनों को बंगाल तक पहुंचाने का रास्ता साफ कराते थे। बिहार पुलिस के साथ एसटीएफ जब कार्रवाई करने गई तो आसपास के गांवों में चौकीदारों ने पश्चिमी यूपी के कई तस्करों के आलीशान मकान चिह्नित कराए। फरार चल रहे इन तस्करों के बारे में इनपुट जुटाया जा रहा है। गोपालपुर थाना प्रभारी सुभाष कुमार ने बताया कि ऐसे तीन चार घर चिह्नित हुए हैं, जो पश्चिम यूपी के तस्करों के हैं। इसकी जांच की जा रही है।
यूपी एसटीएफ बिहार के गोपालगंज में डेरा डाले हुए है। गोपालपुर थाना के दुबौली तकिया गांव के पशु तस्कर मन्नू के कोर्ट में सरेंडर के बाद उसी गांव के पशु तस्कर जुबैर देवान और आफताब की तलाश में छापेमारी हो रही है। टीम ने पशु तस्करों के जब्त दस पिकअप को अपनी सुपुर्दगी में लेकर गोरखपुर भिजवाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।