22 दिन हो गए स्कूल खुले, एक दिन भी नहीं बना एमडीएम
एबीएसए का कहना है कि एमडीएम रोकने का कोई नियम नहीं है।

22 दिन हो गए स्कूल खुले, एक दिन भी नहीं बना एमडीएम
संसू, चायल : ग्रीष्म अवकाश के बाद कंपोजिट विद्यालय पिपरहाई 16 जून से खुल गया, लेकिन स्कूल में एक भी दिन मिड-डे-मिल (एमडीएम) नहीं बना। बच्चों को दोपहर भोजन के लिए घर जाना पड़ता है। इसके लिए बच्चों को छुट्टी दी जाती है। शिकायत पर नेवादा के एबीएसए शुक्रवार को विद्यालय पहुंचे तो हकीकत सामने आ गई। इस सत्र में स्कूल खुले 22 दिन हो गए, लेकिन एक भी दिन बच्चों को भोजन, फल और दूध नहीं दिया गया। निरीक्षण में तीन शिक्षक भी गायब मिले।
बीआरसी नेवादा के कंपोजिट विद्यालय पिपरहाई में शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे एबीएसए नीरज कुमार पहुंचे। यहां तैनात आठ शिक्षकों में प्रधानाध्यापक महेश प्रसाद, पंकज कुमार, नीलम सिंह, मनोज कुमार, धीरेंद्र सिंह उपस्थित थे जबकि लालचंद, नलिनी पांडेय व राजेश अनुपस्थित मिले। एबीएसए की पूछताछ में नेहा, राज, विमलेश, कुलदीप, आकृति, आदित्य, अमन, रितिक, किरण, स्नेहा, नीलू, प्रिया, निखिल, संध्या आदि विद्यार्थियों ने बताया कि उनको एक भी दिन एमडीएम नहीं मिला। प्रधानाध्यापक ने कहा की सत्यवती, विमला देवी, सावित्री देवी की तैनाती रसोइया के रूप में है। आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान राशन नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से बच्चों को एमडीएम नहीं दिया गया। एबीएसए का कहना है कि एमडीएम रोकने का कोई नियम नहीं है। यदि प्रधान राशन नहीं दे रहे तो भी बच्चों को एमडीएम देना चाहिए। इन सभी खामियों की रिपोर्ट उन्होंने बीएसए को भेज दी हैं।
पानी की भी सुविधा नहीं
निरीक्षण के दौरान शौचालय भी बदहाल मिला। पानी की सुविधा भी नहीं है। इससे बच्चों को शौच के लिए स्कूल से बाहर जाना पड़ता है। तमाम बच्चे तालाब किनारे जाते हैं, जिससे बच्चों के साथ अनहोनी का भय बना रहता है।
सबमर्सिबल पर बच्चों को देख भड़के अधिकारी
स्कूल की टंकी में पानी नहीं था। विद्यालय में हैंडपंप नहीं है। इससे बच्चों को पानी के लिए घर व गांवों में लगे हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ता है। एबीएसए के निरीक्षण के दौरान बिजली आई तो बच्चे सबमर्सिबल पर ही जुट गए और प्यास बुझाने लगे। इस पर उन्होंने शिक्षकों को फटकार लगाते हुए कहा कि घटनाओं को देखते हुए भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र में सबमर्सिबल की पाइपलाइन में करंट उतरने की वजह से उसकी जद में आने से घटनाएं भी हो सकी हैं।
वर्जन
स्कूल में मरम्मतीकरण कार्य चल रहा है। इससे कुछ समस्या बच्चों को हो रही है। उसके अलावा यदि ग्राम प्रधान ने गड़बड़ी की है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
- देव नारायण शुक्ल, बीडीओ नेवादा।
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