एक निलंबित, 23 शिक्षकों का रोका वेतन
शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने निपुण भारत अभियान समेत अन्य कार्यक्रमों का स्कूलों में बेहतर क्रियांवयन हो सके। इसके लिए बुधवार को 16 विभागों की टीम ने सरसवां क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान 23 शिक्षक शिक्षा मित्र व अनुदेशक स्कूल से बिना सूचना के गायब मिले। अग्रिम हाजिरी लगाने पर एक स्कूल के शिक्षक को बीएसए ने निलंबित कर दिया। जबकि 23 का वेतन रोक दिया।

जासं,कौशांबी: शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने, निपुण भारत अभियान समेत अन्य कार्यक्रमों का स्कूलों में बेहतर क्रियांवयन हो सके। इसके लिए बुधवार को 16 विभागों की टीम ने सरसवां क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान 23 शिक्षक, शिक्षा मित्र व अनुदेशक स्कूल से बिना सूचना के गायब मिले। अग्रिम हाजिरी लगाने पर एक स्कूल के शिक्षक को बीएसए ने निलंबित कर दिया। जबकि 23 का वेतन रोक दिया।
बुधवार की सुबह लगभग साढ़े छह बजे बेसिक शिक्षा समेत 16 अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी सरसवां ब्लाक के स्कूलों के निरीक्षण के लिए मुख्यालय से रवाना हुए। अधिकारियों ने पहले से क्षेत्रवार विद्यालय निर्धारित कर रखा था। उनके स्कूल पहुंचते ही वहां खलबली मच गई।अधिकारियों ने विद्यालय की व्यवस्था से लेकर अन्य बिदुओं की जांच की। जांच के दौरान 23 शिक्षक बिना सूचना के विद्यालय से गायब मिले। इसके साथ ही ऊनों के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक स्वामी अंतर खुदा ने एक दिन अग्रिम हाजिरी रजिस्टर में बना रखी थी। निरीक्षण के दौरान वह विद्यालय में नहीं मिले। बीएसए ने उनको निलंबित कर दिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि निरीक्षण में अनुपस्थित मिले 23 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। जबकि स्वामी अंतर खुदा को निलंबित किया गया है। नूरपुर हाजीपुर में सरकारी धन का बंदरबांट, शिकायत
संसू,चायल: नेवादा के नूरपुर हाजीपुर गांव में इंटरलाकिग, गोशाला में टीन शेड समेत कई कामों के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। गलत तरीके से कराए जा रहे कार्य को लेकर नाराज ग्रामीणों ने बुधवार को खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) बृजेश नारायण त्रिपाठी से शिकायत की। बीडीओ ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
नूरपुर हाजीपुर गांव के शिवकुमार, बलराम, पवन गुप्ता, छत्रपाल सिंह, शंकर लाल, प्रेम सिंह, राम किशन, गुड़िया, हंसमुख आदि ने शिकायत की कि आम्बेडकर पार्क से राम तीरथ के घर तक इंटरलाकिग गुणवत्ताविहीन बनाई गई। छह महीने भी नहीं बीते और इंटरलाकिग ध्वस्त हो गई। राजकुमार मास्टर के घर से पक्का कुआं तक इंटरलाकिग पीडब्ल्यूडी की रोड पर बना दी गई। आरोप लगाया कि यह निजी स्वार्थ के लिए कराया गया। पक्की रोड से प्रधान के घर तक सीसी रोड के ऊपर इंटरलाकिग करा दी गई। यह भी गलत है। सामुदायिक शौचालय की देखरेख का धन हर माह अवमुक्त किया जा रहा है, जबकि शौचालय बदहाल है। पानी की टंकी घर में रख लिया गया है। गोशाला में 50 मवेशी हैं, जबकि 70 मवेशियों के नाम धन निकाला जा रहा है। बीडीओ ने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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