हैंड ग्रेनेड का कोडवर्ड 'आलू'.... कौशांबी में दबोचे गए आतंकी का पीलीभीत में मारे गए खालिस्तानियों से भी कनेक्शन
कौशांबी से गिरफ्तार आतंकी लजर मसीह पाकिस्तान से सप्लाई किए जाने वाले हथियार और गोला-बारूद खालिस्तानी आतंकियों तक पहुंचाता था। पीलीभीत में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों से भी उसके कनेक्शन सामने आए हैं। लजर हैंड ग्रेनेड को आलू कहकर संदर्भित करता था। इस गिरफ्तारी से पाकिस्तान और चीन से हथियारों की तस्करी का खुलासा हुआ है। हथियारों की सप्लाई ड्रोन के माध्यम से होती थी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ।कौशांबी से पकड़ा गया आतंकी लजर मसीह पाकिस्तान से सप्लाई किए जाने वाले असलहे व गोला बारूद खालिस्तानी आतंकियों तक पहुंचाता था। पीलीभीत में एसटीएफ व पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने 23 दिसंबर, 2024 को तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। उनके पास से हैंडग्रेनेड व विदेशी असलहे बरामद हुए थे।
एसटीएफ के अनुसार लजर मसीह पीलीभीत में मारे गए आतंकी वीरेन्दर सिंह उर्फ रवि के सीधे संपर्क में था। लजर से ही रवि व उसके साथियों को असलहों व गोला-बारूद की सप्लाई की थी। पंजाब में पुलिस चौकियों पर हमला करने वाले आतंकियों को भी हैंडग्रेनेड व असलहे लजर ने ही सप्लाई किए थे।
लजर आइएसआइ एजेंटों के माध्यम से पाकिस्तान से हथियार, गोला-बारूद, हेरोइन व अन्य मादक पदार्थ मंगाता था। इनकी सप्लाई ड्रोन के माध्यम से होती थी। लजर पंजाब बार्डर पर उन्हें हासिल करता था और खालिस्तानी आतंकियों के अलावा अन्य राज्यों में भी सप्लाई करता था। लजर व उसके साथी हैंड ग्रेनेड को आलू कहते थे।
डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार माफिया अतीक अहमद (अब मृत) को जब गुजरात जेल से उत्तर प्रदेश लाया गया था, तब भी पाकिस्तान से विदेशी असलहे व गोला बारूद ड्रोन के जरिए पंजाब में सप्लाई किए जाने के तथ्य सामने आए थे। एसटीएफ के अनुसार अमृतसर जेल में बंद रहने के दौरान लजर की मुलाकात पेशी के दौरान मुक्तसर जेल में बंद एक अपराधी से हुई थी, जिसके माध्यम से उसका संपर्क आइएसआइ एजेंट से हुआ था।
लजर का एक साथी फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग निकला था। उसे 20 वर्ष की कैद की सजा हुई थी। लजर ने पूछताछ में यह भी बताया कि उसका एक साथी अजनाला का निवासी राहुल काका है। काका के माध्यम से वह अमेरिका में छिपकर रहने वाले खालिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था। उनका एक साथी कतर में भी रह रहा है। एसटीएफ ने उससे पूछताछ में सामने आई जानकारियां पंजाब पुलिस के अलावा केंद्रीय खुफिया व जांच एजेंसियों से साझा की हैं।
तस्करी की रकम से हो रही आतंकी फंडिंग
लजर व उसके साथी पाकिस्तान से आए असलहों व ड्रग की तस्करी से मिलने वाली रकम से खालिस्तानी आतंकी संगठनों के लिए फंडिंग भी कर रहे थे। पंजाब में ड्रग व जबरन वसूली का एक बड़ा नेटवर्क खड़ा किया गया है।
पाकिस्तान व चाइना के हैंडग्रेनेड लजर के पास से बरामद तीन हैंड ग्रेनेड में एक पाकिस्तान व दो चीन के बने हैं। लजर से पूछताछ कर असलहों व ड्रग की सप्लाई के नेटवर्क से जुड़े अन्य युवकों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
जहां चल रहा था भंडारा, उसी के पास छिपा था लजर!
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोखराज से मोड़कर नवाबगंज की ओर से भेजा जा रहा था। जिस जगह पर डायवर्जन लागू था, उसी के पास स्नानार्थियों के लिए भंडारे का आयोजन था। इसी स्थान से आतंकी लजर को गिरफ्तार किया गया है। माना जा रहा है कि जहां भंडारा चल रहा था, उसी के पास कई दिनों तक आतंकी छिपा हुआ था। वह श्रद्धालु के भेष में रहता था। पुलिस सीसीटीवी का फुटेज खंगाल रही है।
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