जिंदा होने का प्रमाण लेकर पुलिस आफिस आ रहे थे रिटायर सिपाही, कौशांबी के सड़क हादसे में चली गई जान
कौशांबी के चरवा क्षेत्र के जानकीपुर निवासी 70 वर्षीय शारदा प्रसाद पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त सिपाही थे। वे जीवित प्रमाण पत्र लेकर पुलिस ऑफिस आ रहे थे। मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के दीवर कोतारी के पास सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। खुद के जीवित होने का प्रमाण लेकर गुरुवार को पुलिस आफिस आ रहे सेवानिवृत्त सिपाही की सड़क हादसे में मौत मौत हो गई। इससे भी दु:खद यह रहा कि हादसे के करीब 16 घंटे बाद तक मंझनपुर कोतवाल यह नहीं यकीन कर सके कि मृतक उन्हीं के महकमे के सिपाही थे या कोई आम इंसान? फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव स्वजन को सौंप दिया।
चरवा क्षेत्र के जानकीपुर निवासी 70 वर्षीय शारदा प्रसाद पुत्र जगत नारायण पुलिस विभाग में सिपाही थे। वह 2014 में वह सेवानिवृत्त हो गए थे। पेंशन नवीनीकरण के लिए हर वर्ष की तरह वह गुरुवार को घर से जीवित प्रमाण पत्र लेकर आटो से मंझनपुर स्थित पुलिस आफिस आ रहे थे। दोपहर करीब तीन बजे जैसे ही आटो मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के दीवर कोतारी के समीप पहुंची, तभी अचानक चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया।
इससे अनियंत्रित होकर आटो सड़क किनारे स्थित एक मकान से टकरा गया। हादसे में गाड़ी में आगे की तरफ बैठे शारदा प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए। घटनास्थल दीवर कोतारी पुलिस चौकी के समीप होने की वजह से तत्काल पुलिसकर्मी पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने शारदा प्रसाद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
सूचना पर शारदा के बेटे चंदन, बलवीर, मुकेश और रवीश भी परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में चिकित्सकों ने शारदा की हालत नाजुक देख प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया। स्वजन प्रयागराज ले जाने के बजाय शारदा को मंझनपुर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल ले गए।
यहां इलाज के दौरान शाम को शारदा की मौत हो गई। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव का अंतिम संस्कार करने चले गए। उधर, पुलिस ने सीएनजी वाहन को कब्जे में लेकर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
हैरानी की बात यह कि शुक्रवार शाम करीब सात बजे जब इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की बात तो स्वीकार की, लेकिन मृतक पुलिस महकमे में सिपाही था? इस बात की जानकारी से उन्होंने साफ इन्कार कर दिया।
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