मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लिए फेरे, दहेज नहीं मिला तो पति ने एक महीने में ही उतारा मौत के घाट
कौशांबी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी के बाद दहेज की मांग पूरी न होने पर एक नवविवाहिता की हत्या कर दी गई। आरोप है कि पति ने पहले गला दबाया और फिर जहर पिला दिया। मृतका ने मजिस्ट्रेट को भी बयान दिया। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद से इलाके में शोक का माहौल है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फेरे लेने के बाद वर पक्ष ने दहेज के लोभ में अपना असल रूप दिखा दिया। विवाह योजना में शादी करने के बाद भी आर्थिक रूप से कमजोर दुल्हन के पिता पर दबाव डालकर उसके घर पर बरात बुलाकर सत्कार करवाया। इसके बाद दामाद ने बाइक और नकदी की मांग रख दी। एक माह भी नहीं बीता था कि दामाद ने मांग पूरी न होने पर नवविवाहिता को मार डाला।
आरोप है कि गला दबाने के साथ ही जहर पिलाया गया। मौत से पहले नवविवाहिता ने मजिस्ट्रेट के समक्ष भी बयान दिया। पीड़ित पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित पति के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है।
कोखराज क्षेत्र निवासी विजय पाल ने बेटी आरती की शादी संदीपनघाट क्षेत्र निवासी नीरज कुमार पुत्र लालचंद के साथ तय की। दोनों परिवारों की सहमति से छह फरवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आरती व नीरज का विवाह कराया गया। इसके बाद भी नीरज बरात लेकर आरती के घर जाने की जिद करने लगा। दामाद की जिद के आगे विजय झुक गए। 22 मई को पुन: धूमधाम से विवाह हुआ।
आरोप है कि इसके बाद दहेज में बाइक और नकदी की मांग की गई। मांग पूरी नहीं होने पर 17 जून को नीरज ने आरती का पहले गला दबाया फिर जहर पिला दिया। प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में बुधवार को आरती ने दम तोड़ दिया। सीओ चायल अवधेश विश्वकर्मा का कहना है कि पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
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