India Pakistan Conflict: यूपी के कौशांबी में अलर्ट, शक्तिपीठ मां शीतला, जैन-बौद्ध मंदिर की बढ़ाई गई सुरक्षा
पहलगाम आतंकी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इसे लेकर पाकिस्तान बौखला गया है। सीमा पर घुसपैठ की नाकाम कोशिश की गई है। खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई है। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। शक्तिपीठ मां शीतला प्रभु दिगंबर जैन व भगवान गौतम बुद्ध के मंदिर की चाक-चौबंद सुरक्षा बंदोबस्त किया गया है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। पहलगाम आतंकी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान को 'मुंहतोड़' जवाब दिया है। इसे लेकर पाकिस्तान बौखला गया है। सीमा पर घुसपैठ की नाकाम कोशिश की गई है। इसे लेकर खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई है। खासकर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। शक्तिपीठ मां शीतला, जैनियों के छठें तीर्थंकर पद्य प्रभु दिगंबर जैन व भगवान गौतम बुद्ध के मंदिर की चाक-चौबंद सुरक्षा बंदोबस्त किया गया है।
शक्तिपीठ मां शीतला में कैमरा व ड्रोन से निगरानी
कड़ा: शक्तिपीठ मां शीतला को पूर्वांचल की देवी कहा गया है। इस वजह से जिले के अलावा बाहरी जनपदों से यहां रोजाना करीब 40 से 50 हजार श्रद्धालु मां के दरबार में मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं। मुंडन, संस्कार आदि भी यहां होता है। आमतौर पर यहां 50 पुलिस के जवान दिन-रात मौजूद रहते हैं। सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी मंदिर परिसर की निगरानी की जाती है। अब आतंकी घटना के मद्देनजर यहां की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही है। यहां अतिरिक्त फोर्स के लिए थानाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने मांग की है।
बौद्ध विहार में हर साल आते हैं करीब 30 हजार विदेशी पर्यटक
बारा: कौशांबी में भगवान गौतम बुद्ध ने चौमासा बिताया था। इस वजह से दुनिया भर के बौद्ध अनुयायी यहां हर साल करीब 25 से 30 हजार की संख्या में पहुंचते हैं। यहां पर कंबोडियन मंदिर, धम्म मित्र बौद्ध विहार, म्यांमार, श्रीलंका बुद्ध विहार मंदिर स्थापित हैं। विदेशी पर्यटकों के पैसे से भव्य मंदिर बनाए गए हैं। आमतौर पर यहां की सुरक्षा व्यवस्था एक दारोगा व सिपाहियों के भरोसे दिन के वक्त रहती है। अब पाकिस्तान की नापाक हरकतों के कारण यहां के हर मंदिर में एक दारोगा व दो सिपाहियों की शिफ्ट में 24 घंटे के लिए ड्यूटी लगाई गई है। यहां विदेशी पर्यटक साल के 12 महीने आते हैं।
जैन धर्म को मानने वालों का लगता है जमावड़ा
चंपहा: सदर तहसील क्षेत्र के पभोषा में जैनियों के छठें तीर्थंकर पद्म प्रभु का मंदिर हैं। यहां साल के 12 महीना जैन धर्म को मानने वाले लोग आते हैं। अमेरिका, म्यामांर, कंबोडिया आदि देशों से जैन धर्मावलंबी पहुंचते हैं। साल में औसतन छह से सात हजार विदेशी श्रद्धालु आते हैं।
यहां जिले के अलावा करीब दो दर्जन देशों से बौद्ध धर्म को मानने वाले अनुयायी हर साल लगभग 25 से 30 हजार की संख्या में आते हैं। विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला साल के 12 महीने बना रहता है। पाकिस्तानी आतंकियों की धमकी का असर नहीं है। अक्सर लोग आते रहते हैं, फिलहाल इस बीच कोई नहीं आया। ज्यादातर श्रद्धालु श्रीलंका, म्यांमार, कंबोडिया, नेपाल व भूटान आदि देशों से आते हैं।- टी.सिरी विशुद्धी महाथेरो, प्रबंधक श्रीलंका बुद्ध विहार
दिगंबर जैन मंदिर पभोषा के पुजारी फूलचंद्र जैन ने बताया कि पद्म प्रभु दिगंबर जैन के मंदिर में देश के अलावा बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु आते हैं। खासकर अमेरिका, सिंगापुर, श्रीलंका, म्यांमार आदि देश के लोग हर महीने करीब चार से पांच सौ की संख्या में आते हैं। शुक्रवार को भी 150 पर्यटक महाराष्ट्र से आकर यहां ठहरे हुए हैं। यह जैन धर्म को मानने वाले हैं।
एएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले के तीनों प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रुटीन ड्यूटी के लिए अब 24 घंटे एक दारोगा व दो सिपाही जैन व बौद्ध मंदिर में मुस्तैद किए गए हैं। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी कराई जा रही है। शीतला धाम में वैसे ही करीब 50 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर रहते हैं। इसमें दारोगा, सिपाही, यातायात के अलावा होमगार्ड व पीआरडी के जवान शामिल रहते हैं। आतंकी अलर्ट के बाद सुरक्षा व्यवस्था और भी चाक-चौबंद की गई है। थानेदारों को भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।