बच्ची संग खेलते समय मेरे अंदर का शैतान जाग उठा था..., पुलिस मुठभेड़ में घायल दुष्कर्म आरोपित को अस्पताल में हो रहा पछतावा
कौशांबी में चार साल की बालिका से दरिंदगी के आरोपित महेश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस मुठभेड़ में घायल महेश ने बताया कि बच्ची के साथ खेलते समय उसके अंदर शैतान जाग गया था। उसने पुलिस से माफी मांगी और बताया कि अपराध बोध के कारण वह छिप रहा था। ग्रामीणों से जान का खतरा होने के कारण वह तमंचा साथ रखता था।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। सराय अकिल इलाके में चार साल की बालिका से दरिंदगी करने के आरोपित महेश को अपने गुनाह पर पछतावा है। पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से जख्मी महेश ने बताया कि बालिका के साथ वह खेल रहा था, तभी उसके अंदर से शैतान जाग उठा। पुलिस कर्मियों से वह यही विनती कर रहा है साहब माफ कर देना।
31 अगस्त को चार वर्षीय बालिका अचानक हुई थी लापता
सराय अकिल इलाके के एक गांव से 31 अगस्त की दोपहर चार वर्षीय बालिका घर के बाहर से खेलते वक्त अचानक लापता हो गई थी। घटना की जानकारी के बाद स्वजन व पड़ोसी बालिका की खोजबीन कर रहे थे। इस दौरान आरोपित महेश के घर से बालिका के रोने की आवाज सुनाई दी।
ग्रामीण पहुंचे तो घर से फरार हो गया आरेापित
खोजबीन में लगे लोग महेश के घर पहुंचे तो बालिका की हालत देख हैरान रह गए। बालिका के साथ दरिंदगी की गई थी। आरोपित महेश से लोग जब तक पूछताछ करते, वह चकमा देकर भाग निकला। घटना की शिकायत पर पुलिस ने महेश के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की।
सोमवार रात मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगी, गिरफ्तार
एसपी राजेश कुमार ने घटना के राजफाश के लिए टीमों का गठन किया। इस दौरान सोमवार रात महेश को पुलिस ने घेराबंदी कर ललकारा तो वो तमंचे से फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में बदमाश के दाहिने पैर में गोली लगी और वह पकड़ा गया।
ग्रामीणों से जान को खतरा था, इसलिए तमंचा साथ रखता था
जिला अस्पताल में भर्ती महेश को आप अपने गुनाह पर पछतावा है। वह निरंतर आंसू बहा रहा है l आरोपित का कहना है कि अपराध बोध होने पर वह लुकता छिपता फिर रहा था। ग्रामीणों से पकड़े जाने पर जान से मारे जाने का खतरा था, इसलिए वह तमंचा साथ रखता था।
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