UP News: कोर्ट में पेशी से तंग आकर आरोपी हुए परेशान, बोले- साहब, जुर्म कुबूल है सजा दीजिए; जज ने सुनाया यह फैसला
उत्तर-प्रदेश के कौशांबी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोर्ट में बार-बार पेशी पर आने से परेशान पांच आरोपियों ने शनिवार को अपना जुर्म कबूल कर लिया और खुद को सजा देने की मांग की। पुलिस उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत पेश नहीं कर पाई। नतीजतन अदालत ने सभी को जुर्माना लगाया। इस खबर में जानिए इन आरोपियों के मामलों और अदालत के फैसले के बारे में।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। परीक्षा अधिनियम, मारपीट जैसे मामलों में कई साल से पेशी पर चक्कर लगाने वाले पांच आरोपितों ने शनिवार को अपना जुर्म स्वीकार कर खुद ही सजा सुनाए जाने की मांग की। पुलिस आरोपितों के लिए पर्याप्त साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी थी। इस पर कोर्ट ने सभी को अर्थदंड से दंडित किया है।
सैनी कोतवाली पुलिस ने वर्ष 2000 में फतेहपुर जिले के थरियांव क्षेत्र के सराय खालिक निवासी रामपाल को गिरफ्तार कर परीक्षा अधिनियम की धारा में चालान किया था। मामला सीजेएम कोर्ट में विचाराधीन था। पुलिस आरोपित के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी।
इधर पेशी पर आते-आते आरोपित परेशान हो चुका था। इस पर शनिवार को उसने कोर्ट में जुर्म कुबूल कर सजा दिए जाने की मांग की। कोर्ट ने पत्रावली में मौजूद साक्ष्य व केश डायरी का अवलोकन करने के बाद आरोपित को एक हजार रुपये के अर्थदंड से दंड़ित किया है।
इसे भी पढ़ें- गंगा की लहरों पर 'सी प्लेन' उड़ान को अब तक नहीं मिला पंख, अधिकारियों ने साधा मौन
सैनी कोतवाली में दर्ज मारपीट व धमकी देने के आरोपित फतेहशाह का पुरवा निवासी इदरीश को कोर्ट 15 सौ रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाया है। इसी तरह कोखराज कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपित धर्मेंद्र कुमार व उसके भाई रामलाल को एक-एक हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाया गया है। मंझनपुर में दर्ज अवैध असलहा रखने के आरोपित मेड़ीपुर निवासी हीरालाल को 15 सौ रुपये के अर्थदंड से दंड़ित किया गया है।
.jpg)
पुलिस हल करवा रही समस्या। जागरण
भूमि विवाद के चार मामलों में पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अफसर, समस्या हल
कौशांबी जिले भर के थानों में आयोजित समाधान का नजारा शनिवार को बदला नजर आया। भूमि विवाद से जुडे चार मामलों में पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम भेजकर त्वरित निस्तारण कराया गया। यह वह मामले में थे, जिसमें जांच अधिकारी नामित किया जाता तो विवाद बढ़ सकता था।
सभी थानों में कुल 35 लोगों ने अपनी समस्या दर्ज कराई जिसमें से नौ का निस्तारण किया गया। सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा ने सैनी व एसडीएम चायल योगेश कुमार गौड़ ने पिपरी थाने में जन समस्या सुनीं। सैनी में भूमि विवाद के दो मामले पहुंचे थे।
इसे भी पढ़ें- Maha Kumbh 2025 में मौनी अमावस्या पर महासुरक्षा, जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी
सीओ ने तत्काल दोनों मामलों में राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर मौके पर भेजा। टीम ने शिकायतकर्ता व विपक्षी को संतुष्ट कर समस्या का समाधान किया। इसी तरह पुलिस से जुड़े तीन शिकायती पत्र में एक का त्वरित समाधान किया गया। दो प्रकरण की जांच के लिए हलका प्रभारी व बीट सिपाही को मौके पर भेजा गया।
पिपरी में भूमि विवाद से जुड़े एक शिकायती पत्र का एसडीएम ने टीम भेज कर समाधान कराया। यहां पुलिस से जुड़ा एक भी शिकायती पत्र नहीं पहुंचा था। इसी तरह जिले भर के थानों में भूमि विवाद से जुड़े 26 मामलों में चार का निरस्तारण किया गया। पुलिस से जुड़े नौ मामलों में पांच का निस्तारण किया गया। 22 मामलों की जांच कर निस्तारण के लिए संबंधित अफसरों को निर्देश दिए गए हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।