Maha Kumbh 2025 में मौनी अमावस्या पर महासुरक्षा, जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी
Maha Kumbh 2025 में मौनी अमावस्या पर सुरक्षा के महाप्लान के तहत जल थल और नभ से निगरानी की जाएगी। संगम तट को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है और बिना अनुमति ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा। 37 हजार पुलिसकर्मी और 50 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। 2750 एआइ बेस्ड सीसीटीवी और 80 वीएमडी टीवी स्क्रीन लगाई गई हैं।

जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। दिव्य और भव्य महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर सुरक्षा को लेकर महाप्लान बनाया गया है। श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों की निगरानी जल, थल और नभ से की जाएगी, ताकि कोई असहज स्थिति नहीं उत्पन्न हो सके। संगम तट को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है और बिना अनुमति ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा। अगर कोई ड्रोन उड़ता है तो उसे एंटी ड्रोन सिस्टम निष्क्रिय कर देगा।
इसके साथ ही टीथर ड्रोन से सुरक्षा, यातायात और भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाया जायेगा। मौनी अमावस्या पर देश-विदेश से करीब 10 करोड़ स्नानार्थियों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने का अनुमान है। इसी के अनुसार पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा खाका तैयार किया है, जिसे मूर्त रूप दिया जा रहा है।
संगम नगरी में देश-विदेश से आने वाले हर श्रद्धालु की सुरक्षा के साथ ही उनकी सेवा और सहायता भी की जाएगी। ताकि वह अपने साथ बेहतर अनुभव लेकर सुरक्षित घर वापस पहुंच सकें। इसके लिए सभी सुरक्षाकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है।

कुंभ के रंग: संगम तट पर सब रंग है। मनमोहक बाल लीला के रूप में भगवान शंकर व पार्वती के मनमोहक रूप को देख महिला गले से लगाने को विवश हो उठी। -अभिनव राजन चतुर्वेदी।
ऐसी होगी तैयारी
- 37 हजार पुलिसकर्मी और 50 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात
- 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने व 155 चौकियों में विभाजित मेला
- 14 हजार से अधिक होमगार्ड भी श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों की सुरक्षा में
- 2750 एआइ बेस्ड सीसीटीवी और 80 वीएमडी टीवी स्क्रीन लगाई
- 10 बीडीडीएस, एंटी सबोटाज की टीम, महिला कमांडो भी रहेंगी मुस्तैद
- 112 आपात स्थिति और दूसरी मदद के लिए मोबाइल से नंबर डायल करें
- 90 प्रशिक्षित गोताखोर और जल पुलिस, बाढ़ राहत पीएसी के जवान तैनात
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श्रद्धालुओं को मिलेगी पूरी मदद
- श्रद्धालुओं की समस्या जानने के लिए भाषाई अनुवाद मोबाइल एप का किया जा रहा बेहतर उपयोग
- पहली बार वाटर ड्रोन कैमरे का होगा प्रयोग, फ्लोटिंग जेटी और रेस्क्यू स्कूटर से लैस हैं सभी टीम
- संगम नोज पर पुलिस और पीएसी की टुकड़ी तैनात, स्नानार्थियों की मजबू सुरक्षा में जुटी
- एसडीआरएफ, बाढ़ राहत पीएसी और एनडीआरएफ तैनात, स्नानार्थियों को सहूलियत
- महाकुंभ में 130 घोड़े और 166 पुलिस कर्मी व स्टाफ किये गए हैं तैनात

महाकुंभ नगर के सेक्टर-17 में स्नान घाट पर स्नान करते श्रद्वालु। -मुकेश कनौजिया
स्नाइनर की तैनाती, पुलिसकर्मियों को ग्लाक पिस्टल
महाकुंभ में विदेशों से तमाम प्रतिनिधि भी आएंगे। पर्यटकों के साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किया गया है। मेला क्षेत्र में स्नाइपर अचूक निशानेबाज की तैनाती होगी। पुलिसकर्मी भी सेमी आटोमेटिक ग्लाक पिस्टल से लैस हैं। मेला क्षेत्र में बुलेट प्रूफ आउट पोस्ट बनाई गई ताकि विशिष्ट अतिथियों की सुरक्षा मजबूत रहे।
एनएसजी, एटीएस कमांडो भी तैनात
आसमान से संदिग्ध युवकों की निगरानी करने, भीड़ और यातायात प्रबंधन के लिए पहली बार महाकुंभ में टीथर ड्रोन का उपयोग। यह ड्रोन आसमान में करीब आठ घंटे तक उचित ऊंचाई पर रहकत और पूरा डाटा कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराता है। फुटेज देखकर और डाटा का विश्लेषण करके पुलिस अधिकारी व्यवस्था को मजबूत बना रहे। सुरक्षा के लिए एनएसजी, एटीएस कमांडो, स्निफर डाग और 30 स्पाटर्स टीम भी मेले के दौरान मुस्तैद है।
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संगम तट पर नाव से जाने के लिए घाट पर उमड़ी भीड़। -अभिनव राजन चतुर्वेदी।
प्रवेश मार्ग पर ड्रोन से होगी निगरानी-
महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्नानार्थियों के आगमन के लिए सात मार्ग निर्धारित किए गए हैं। इसमें जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर, रींवा, कानपुर-फतेहपुर, कौशांबी और लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग हैं। इन सभी मार्गों का आठ जिलों से संपर्क है, जहां से होकर सड़कें निकलती हैं।
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ऐसे में प्रयागराज कमिश्नरेट के अलावा दूसरे जनपदों के पुलिस अधिकारियों से समन्वय बनाकर सुरक्षा, यातायात, भीड़ प्रबंधन पर जोर दिया गया है। हाईवे पर पड़ने वाले पुलिस थानों पर पहले ही मेडिकल सहित दूसरी सुविधाओं की व्यवस्था कर दी गई है।

महाकुंभ मेला के पीपा पुल से गुजरते श्रद्धालु।-गिरीश श्रीवास्तव
सभी प्रवेश मार्गों पर आने-जाने वाले संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की निगरानी ड्रोन के माध्यम से हो रही है। इसके अलावा एआइ से युक्त सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जाएगी। बख्तरबंद गाड़ियों पर अत्याधुनिक असलहों से लैस जवान किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं, जो लगातार अगल-अलग मार्गों पर भ्रमणशील रहेंगे।
एडीजी जोन व नोडल महाकुंभ मेला भानु भास्कर ने बताया किमहाकुंभ मेले सात चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। सुगम और सुरक्षित यातायात को लेकर भी कई स्तरीय प्लान बनाए गए हैं। एआइ तकनीक से युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और टीथर ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की अलग-अलग तरीके से जांच और निगरानी की जा रही है। जोन के सभी जनपद की पुलिस को इसके संबंध में निर्देश दिए गए हैं।

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