प्रधानजी और सचिवजी ने सरकारी पैसों को ऐसे डकारा… हैरान हुए अधिकारी, डीएम ने कराई जांच तो सामने आई करतूत
कासगंज के अमांपुर में प्रधान नागेंद्र पाल सिंह पर मजदूरों के 6.58 लाख रुपये अपने रिश्तेदारों में बांटने का आरोप है। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने जांच कराई जिसमें आरोप सही पाए गए। प्रधान ने यह धनराशि अपने भाई ड्राइवर और तत्कालीन सचिव के भाई के खाते में डाली थी। जिलाधिकारी ने प्रधान को नोटिस जारी कर 15 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

जागरण संवाददाता, कासगंज। अमांपुर की ग्राम पंचायत अर्जुनपुर कदीम में गांव में प्रधान और सचिव ने मजदूरों 6.58 लाख रुपये नियम विरूद्ध अपनों को बांट दिए। ये रुपये अपने दो भाइयों और तत्कालीन सचिव के भाई को दी गई। जिलाधिकारी ने आरोपों की जांच कराई तो मामला सही मिला। इस संबंध में प्रधान को नोटिस जारी किया गया है।
यह है पूरा मामला
ग्राम पंचायत अर्जुनपुर कदीम के गांव नगला भवानी निवासी राजेश कुमार पुत्र सुम्मेर सिंह ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि प्रधान नागेंद्र पाल सिंह ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य करा रहे हैं। उसकी धनराशि मजदूरों को नहीं देकर तत्कालीन सचिव से मिलकर अपने भाइयों और परिचितों को दे रहे हैं। इसके साथ ही निर्माण कार्य में भी धांधली की जा रही है।
जिलाधिकारी प्रणय सिंह ने मामले की जांच जिला उद्यान अधिकारी रविचंद्र जयसवाल से कराई थी। उन्होंने जांच में पाया कि प्रधान और सचिव ने ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य कराए लेकिन मजूदरों की धनराशि उनके खातों में नहीं डाली।
दाेनों ने मजदूरों की राशि को नियम विरूद्ध तरीके से अपने भाई, बहन और ड्राइवर के खाते में डाल दी। इसमें प्रधान नागेंद्र पाल सिंह के अपने भाई सत्येंद्र पाल सिंह के निजी खाते में 178689 रुपये डाले।
वहीं, अनुभव सोलंकी के खाते में 206748 रुपये, प्रधान के ड्राइवर थान सिंह के खाते में 263600 रुपये डाल दिए। वहीं तत्कालीन सचिव कुसुमलता के भाई अनिल के खाते में 9900 रुपये डाले गए।
जिला उद्यान अधिकारी ने प्रधान और सचिव को 658937 की शासकीय धनराशि का अनुचित तरीके से भुगतान करने पर वित्तीय अनियमितताएं करने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया। उन्होंने अपनी रिपाेर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। उनकी रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने प्रधान नागेंद्र पाल सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इसमें लिखा है कि अनियमितताओं के लिए क्यों न प्रधान और सदस्यों को हटाने की कार्रवाई की जाए। नोटिस मिलने के 15 दिन में साक्ष्यों के साथ लिखित स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला पंचायत राज अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि अमांपुर की ग्राम पंचायत अर्जुनपुर कदीम के प्रधान और तत्कालीन सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे 15 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
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