दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी में कासगंज नगर पालिका, सालों से सिर्फ 100-200 रुपया मिल रहा रेंट
कासगंज नगर पालिका शहर में स्थित अपनी दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी में है। इस संबंध में एक प्रस्ताव बोर्ड की आगामी बैठक में रखा जाएगा। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही दुकानों के किराये में बाजार दर के अनुसार वृद्धि की जाएगी। वर्तमान में कई दुकानों का किराया बहुत कम है जिसे अब संशोधित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, कासगंज । नगर पालिका शहर में अपनी दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। बोर्ड की बैठक में इस पर प्रस्ताव रखा जाएगा। मंजूरी मिलते ही किराये में बढ़ोत्तरी कर दी जाएगी। ये बढ़ोत्तरी बाजार रेट के आधार पर होगी।
नगर पालिका की शहर में 364 दुकानें हैं। इनमें इंद्रा मार्केट में सबसे अधिक दुकानें हैं। इसके अलावा प्रभुपार्क, रेलवे रोड, बिलराम गेट व सोरों गेट पर भी दुकानें बनी हैं। इनको नगर पालिका ने किराये पर दे रखा है। इनमें से अधिकतर दुकानें वर्षों पहले उठ चुकी हैं। इसकी वजह से अधिकतर दुकानों का किराया सौ से दो सौ रुपये प्रति माह है। इन दुकानों का कई वर्षों से किराया भी नहीं बढ़ाया गया। जबकि शहर में जमीन का सर्किल रेट कई बार बढ़ चुका है।
लाखों में दुकानों की कीमत
बाजार में दुकानों की कीमत लाखों में हो गई है। इतना ही नहीं, बाजार में नगर पालिका की दुकानों के आसपास बनी दुकानों का किराया प्रतिमाह 10 से 15 हजार तक है। नगर पालिका अपनी आय बढ़ाने के लिए अब दुकानों का किराया बढ़ाना चाहती है। इसके लिए पालिका ने प्रस्ताव बनाना शुरू कर दिया है। दुकानों को किराया बाजार रेट के आधार पर तय किया जाएगा।
प्रस्ताव को नगर पालिका की बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। इसके मंजूरी मिलते ही दुकानों के किराया बढ़ाने के प्रस्ताव को धरातल पर लाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। नगर पालिका के कर निर्धारण अधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि दुकानों का किराया कई वर्षों से नहीं बढ़ा है। इसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है। बोर्ड की बैठक में इसे रखा जाएगा। मंजूरी के बाद किराया बढ़ाया जाएगा।
दुकानें महंगे दाम पर दूसरों को उठाईं दुकानें
नगर पालिका से किराये पर दुकानें लेने के बाद दुकानदारों ने उसको दूसरे को महंगे दामों पर उठा दिया। किरायेदार दूसरे से लगातार किराया भी ले रहे हैं, लेकिन नगर पालिका को तय किराया नहीं जमा कर रहे। नगर पालिका ने ऐसे दुकानदारों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। नगर पालिका ऐसे लोगों की दुकानों का आवंटन रद करने की तैयारी कर रही है।
बेच दीं नगर पालिका की दुकानें
नगर पालिका से किराये पर दुकानें लेने के बाद उनको बिना बताए दूसरे को बेच दिया गया। खरीदार जब दुकान अपने नाम कराने आए तो हकीकत सामने आई। नगर पालिका अब ऐसे दुकानदारों का भी आवंटन रद करेगी। नियम के अनुसार किरायेदार पालिका की दुकानों को बेच नहीं सकता और न ही दूसरे को किराये पर उठा सकता है।
नगर पालिका की आय बहुत कम है। शहर में बनी पालिका की 364 दुकानों का किराया उठने के बाद से बढ़ा ही नहीं। बाजार भाव के हिसाब से दुकानों का किराया बढ़ाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही बोर्ड की बैठक बुलाकर उसमें प्रस्ताव रखा जाएगा। - संजीव कुमार, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका एवं एसडीएम सदर
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