प्रशासन ने भाकियू स्वराज के जिलाध्यक्ष का कार्यालय बुलडोजर से कराया ध्वस्त, NHAI की शिकायत पर कार्रवाई
कासगंज में जिला प्रशासन ने एनएचएआई की शिकायत पर भारतीय किसान यूनियन स्वराज के जिलाध्यक्ष के भवन को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। एनएचएआई मथुरा-बरेली हाईवे का निर्माण कर रहा है और इसके लिए जमीन अधिग्रहित की गई थी। मुआवजे के बाद भी भवन खाली नहीं किया गया जिससे हाईवे निर्माण में बाधा आ रही थी। प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए जमीन को एनएचएआई को सौंप दी।

जागरण संवाददाता, कासगंज। जिला प्रशासन ने मंगलवार शाम तकुआवर में भारतीय किसान यूनियन स्वराज के जिलाध्यक्ष और प्रदेश उपाध्यक्ष के भवन को बुलडोजर से ढहा दिया। एनएचएआई की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई।
प्रशासन ने एनएचएआई की शिकायत पर मंगलवार शाम की कार्रवाई
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) मथुरा-बरेली हाईवे 530 बी का निर्माण कर रही है। इसके लिए जिले में जमीन भी अधिग्रहित की गई है। हाईवे के निर्माण के लिए सोरों के गांव तकुआवर में भी जमीन ली गई है।
एनएचएआई ने जमीन के स्वामियों को इसका भुगतान भी वर्ष 2024 में कर दिया है। इसके बाद भी गांव तकुआवर में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष पंकज लोधी और जिलाध्यक्ष एके लोधी अधिग्रहित जमीन गाटा संख्या 976 पर बने भवन को खाली नहीं कर रहे थे। इस संबंध में उनको एनएचएआई के अधिकारियों ने कई नोटिस भी दिए थे।
अधिग्रहित जमीन पर खड़े भवन से हाईवे निर्माण में आ रही थी बाधा
तहसील प्रशासन ने भी दोनों को नोटिस दिए। किसी ने कोई जवाब भी नहीं दिया और न ही भवन खाली किया। इस संबंध में एनएचएआई ने एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि भवन नहीं हटने से हाईवे के निर्माण में बाधा आ रही है।
एसडीएम सदर ने मंगलवार शाम तहसीलदार बलवंत उपाध्याय, कोतवाली सोरों प्रभारी निरीक्षक जगदीश सिंह को मय फोर्स के एनएचएआई का कब्जा दिलाने के लिए भेजा। टीम ने दोपहर चार बजे गांव तकुआवर पहुंची। जहां उन्होंने भवन को बुलडोजर से ढहा दिया।
इस दौरान गांव में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा। शाम को कार्रवाई के बाद जमीन एनएचएआई को सौंप दी गई। तहसीलदार बलवंत उपाध्याय ने बताया कि जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। उस पर बने भवन को ढहा दिया गया है।
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