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    कानुपर देहात में OYO होटल के संचालन के नाम पर मांगा हिस्सा, एंटी करप्शन टीम ने सिपाही रिश्वत सहित पकड़ा

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 06:11 PM (IST)

    कानपुर देहात के सिकंदरा थाने में एंटी करप्शन टीम ने सिपाही गौरव कुमार को छह हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। सिपाही पर ओयो होटल चलाने के नाम पर शिवम पाल से रिश्वत मांगने का आरोप है। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर सिपाही को रंगे हाथों पकड़ा।

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    गौरव कुमार। टीम

    जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। होटल संचालन के नाम पर छह हजार रुपये लेते सिकंदरा थाने के सिपाही गौरव कुमार को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अकबरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद टीम उसे अपने साथ ले गई। उसे लखनऊ स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया जाएगा। 24 घंटे पुलिस अभिरक्षा में रहने की रिपोर्ट के आधार पर उसे निलंबित कर दिया जाएगा। इटावा का रहने वाला आरोपित सिपाही वर्ष 2019 में डीजल चोर गिरोह के साथ मिलीभगत में जेल भेजा गया था।

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    भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई से सरकारी विभागों में खलबली मची हुई है। बीते शुक्रवार को सीबीआइ टीम ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा बरौर से रिश्वत लेते बैंक मैनेजर अर्पित अवस्थी व फील्ड अफसर शक्ति सिंह सेंगर को पकड़ा था। इसी कड़ी में सोमवार को वसूलीबाज सिपाही को पकड़ा गया। सिकंदरा कस्बे में बारा गांव निवासी सौरभ पाल का होटल है। थाने का सिपाही इटावा के फ्रेंडस कालोनी थाना क्षेत्र के अड्डा श्यामलाल महेरा फाटक निवासी गौरव कुमार होटल संचालन के एवज में लगातार रुपये की मांग कर रहा था।

     

    परेशान सौरभ ने एंटी करप्शन टीम कानपुर से संपर्क किया। इधर, छह हजार रुपये में सिपाही से बात तय हुई। सोमवार दोपहर सिकंदरा चौराहे के पास चाय की दुकान पर सिपाही को बुलाया गया। टीम के जगदीश यादव व अन्य सिपाही सिविल ड्रेस में मौजूद थे। जैसे ही सिपाही गौरव कुमार ने छह हजार रुपये पकड़े, वैसे ही टीम ने उसे दबोच लिया। उसे अकबरपुर कोतवाली लाया गया, जहां उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया।

     

    आरोपित सिपाही दो दिसंबर 2019 को डीजल चोरी करने वाले गिरोह के 17 सदस्यों के साथ पकड़ा गया था। तत्कालीन एसपी अनुराग वत्स ने उसे जेल भिजवाया था। वह मिलीभगत कर वाहनों से डीजल चोरी करता था। तब उसे निलंबित भी किया गया था। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। इसी वजह से 2006 बैच का सिपाही होने के बाद भी वह हेड कांस्टेबल नहीं बन सका। टीम प्रभारी जगदीश यादव ने बताया कि अकबरपुर थाने में आरोपित सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। उसे जेल भेजा जाएगा।

     

    एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने मामले में सिकंदरा थाना प्रभारी हरिओम त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी का कहना है कि एक दिन पहले ही बैठक में सख्त निर्देश दिए गए थे कि कोई भ्रष्टाचार व शासन की मंशा के विपरीत काम मिला तो थाना प्रभारी की जिम्मेदारी होगी।