प्रेम प्रसंग के चलते जीजा-साली ने सल्फास खाकर दी जान, विरोध के बाद घर से हुए थे फरार
कानपुर देहात के मूसानगर में जीजा-साली ने प्रेम संबंध के विरोध के चलते सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। उनके शव सेंगुर नदी के किनारे मिले। जीजा साली को बहलाकर ले गया था और पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने में लापरवाही बरती जिसके चलते एसओ को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सूत्र, कानपुर देहात। मूसानगर में घर से फरार हुए जीजा-साली ने सल्फास खाकर जान दे दी। दोनों का क्षतविक्षत शव सेंगुर नदी किनारे मिला। दोनों के प्रेम संबंध का विरोध स्वजन करते थे, इसके चलते ही दोनों ने जान दी।
वहीं, किशोरी को जीजा घर से बहलाकर ले गया था और स्वजन ने देवराहट थाने में गुमशुदगी दर्ज करने को तहरीर दी थी लेकिन एसओ ने लापरवाही बरती और रिपोर्ट दर्ज नहीं किया। इस पर एसपी ने उनको निलंबित किया है।
खरतला बांगर गांव निवासी 24 वर्षीय उमाकांत निषाद 25 सितंबर को देवराहट के बिडौवा गांव पहुंचा और अपनी 16 वर्षीय साली किसवा दुरौली निवासी सुनीता को बहलाकर लेकर चला गया। इसके बाद दोनों का कुछ पता नहीं चला।
नदी के पास मिलीं लाश
दशहरे के दिन दोपहर में चपरेहटा व किसवा दुरौली गांव के बीच में सेंगुर नदी के पास दोनों के क्षतविक्षत शव बरामद हुए। कीड़े पड़ने के साथ ही जंगली जीवों ने नोंचा भी था इससे शरीर का काफी हिस्सा गायब था, उसकी शिनाख्त की। सुनीता के स्वजन भी आए और पहचान की। वहीं पास में सल्फास की कई पुड़िया व पानी के गिलास पड़े थे, दोनों ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली थी।
मूसानगर थाने की पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जांच की। सीओ संजय सिंह व एसओ मूसानगर कालीचरण ने स्वजन से पूछताछ की। स्वजन ने बताया कि सुनीता अपने ताऊ रामवीर के यहां बिडौवा गांव में थी, जहां 25 सितंबर को चुपचाप उमाकांत आया और सुनीता को लेकर चला गया।
वह लोग खोजबीन करते रहे पर कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद 30 सितंबर को देवराहट थाने गए और बहलाकर अगवा कर ले जाने की तहरीर दी। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने एसओ सुनील तिवारी को निलंबित कर दिया है वहीं विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। सीओ भोगनीपुर संजय सिंह ने बताया कि जीजा साली ने सल्फास खाकर आत्महत्या की है।
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