कानपुर देहात में कोल्ड स्टोर में लगी भीषण आग 32 घंटे बाद भी नहीं बुझी, सुपरवाइजर जिंदा जला
कानपुर देहात में एक कोल्ड स्टोर में भीषण आग लग गई, जो 32 घंटे बाद भी नहीं बुझी है। इस दुखद घटना में कोल्ड स्टोर के सुपरवाइजर की जिंदा जलकर मौत हो गई। दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कोल्ड स्टोर से उठती आग की लपटें। ऋषभ का फाइल फोटो। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। कानपुर-इटावा हाईवे किनारे बारा गांव के पास आनंदेश्वर कोल्ड स्टोर में सोमवार देर रात करीब दो बजे शार्ट सर्किट से लगी भीषण अभी नहीं बुझी। अंदर जो लकड़ी के रैक हैं वह सुलग रहे हैं, पीछे की बड़ी दीवार के कारण समस्या हो रही है। अब हाइड्रा से उसे गिराने की तैयारी है जिसके बाद ही आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकेगा।
अकबरपुर के बारा गांव के पास आनंदेश्वर कोल्ड स्टोर में आग लग गई थी। आग की चपेट में आकर सुपरवाइजर की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से झुलसे युवक को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ में भर्ती कराया गया है। कोल्ड स्टोर में अमोनिया गैस होने से आग बुझाने में समस्या आ रही है। मंगलवार देर शाम तक आग बुझाने के लिए दमकल कर्मी मशक्कत करते रहे। दमकल की दो गाड़ियों से करीब 50 बार पानी भरकर लाया गया।
उधर, दिवंगत के स्वजन ने आक्रोश जताया कि झुलसने की जानकारी नहीं दी गई। जानकारी मिल जाती तो सही से इलाज करा लेते। कोल्ड स्टोर संचालक अतुल अग्रवाल का कहना है कि वह हादसे के बाद घबरा गए थे। जल्दबाजी में बता नहीं सके। इलाज प्राथमिकता थी इसलिए सुपरवाइजर को लेकर अस्पताल चले गए। एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि तकनीकी विशेषज्ञों से विस्तृत जांच कराई जाएगी। आग पर लगभग काबू पा लिया गया है, जल्द ही पूरी तरह से इसे बुझा दिया जाएगा।
बारा गांव के पास कानपुर के स्वरूप नगर निवासी अतुल अग्रवाल के आनंदेश्वर कोल्ड स्टोर में सोमवार देर रात करीब दो बजे कार्यालय में शार्ट सर्किट से आग लग गई। देर रात दमकल की दो गाड़ियां पहुंचीं और आग बुझाना शुरू किया। भारी मात्रा में मिर्च, हल्दी, मटर, चोकर व आलू आदि के साथ बोरे होने से आग विकराल हो गई। स्टोर के पंप के अलावा आसपास फैक्ट्रियों से भी दमकल की गाड़ी पानी लेकर आती जाती रहीं।
सुबह 10 बजे आग पर काबू पाया गया, लेकिन एक घंटे बाद आग फिर भड़क गई। दीवारों व टिनशेड को हाइड्रा व हथौड़े से तोड़ा गया, जिसके बाद पानी की बौझार की गई। शाम तक आग की लपटें तो शांत हो गईं, लेकिन धुआं उठ रहा था। कोल्ड स्टोर में लगी आग की चपेट में आकर अकबरपुर के बाढ़ापुर गांव निवासी सुपरवाइजर 25 वर्षीय ऋषभ शर्मा और कानपुर के बर्रा निवासी अंकित कुमार झुलस गए। दोनों को एंबुलेंस से उर्सुला अस्पताल भेजा गया, जहां से लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाया गया। वहां मंगलवार दोपहर ऋषभ ने दम तोड़ दिया।
अंकित का उपचार केजीएमयू में चल रहा है। ऋषभ की मृत्यु की सूचना मिलने पर उनके चाचा संजय शर्मा कोल्ड स्टोर पहुंचे और पुलिस व दमकल कर्मियों को भतीजे की मौत की जानकारी दी। फैक्ट्री प्रबंधन ने फायर टीम व पुलिस को भी सुपरवाइजर के झुलसने की जानकारी नहीं दी थी। संजय शर्मा ने आरोप लगाया कि भतीजे को एंबुलेंस से उर्सला कानपुर भेज दिया गया।
दोपहर में किसी व्यक्ति का फोन आया तो उसकी मृत्यु का पता चला। उससे पहले पूछा गया था तो बताया कि ऋषभ स्टोर वालों के साथ काम से गया है। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया था। इंस्पेक्टर अकबरपुर हरमीत सिंह ने बताया कि कोल्ड स्टोर प्रबंधन की तरफ से किसी के झुलसने व भर्ती होने की जानकारी नहीं दी गई थी। तहरीर के आधार पर कार्रवाई होगी। केजीएमयू में भर्ती अंकित के स्वजन का पता लगाया जा रहा है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। कोल्ड स्टोर में आग बुझाने के संसाधन थे या नहीं, इस संबंध में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आग बुझने के बाद जांच की जाएगी, तब स्थिति साफ होगी। उधर, कोल्ड स्टोर में जिन किसानों का माल यहां जमा था वह लोग परेशान दिखे। कोल्ड स्टोर संचालक ने करीब 10 करोड़ से अधिक के नुकसान का दावा किया है। एफएसओ कपिल चाहर ने बताया कि पिछले हिस्से से धुआं उठ रहा है और वहां पर आग है, लेकिन पीछे की दीवार काफी मजबूत व ऊंची है उसका कुछ हिस्सा गिराने के बाद ही सही से पानी डाला जा सकेगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।