Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बढ़ रहे तापमान और लू के थपेड़ों से आंख हो रहीं एलर्जी का शिकार, नेत्र विशेषज्ञ ने दी ये सलाह

    Updated: Tue, 20 May 2025 07:04 PM (IST)

    कानपुर देहात में बढ़ते तापमान और लू के कारण आँखों में एलर्जी की समस्या बढ़ रही है। नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार तेज धूप और लू के थपेड़ों से आँखों में लालिमा खुजली और जलन हो रही है। डॉक्टरों ने आँखों को रगड़ने से बचने ठंडे पानी से धोने और धूप से बचाने की सलाह दी है।

    Hero Image
    बढ़ रहे तापमान और लू के थपेड़ों से आंख हो रहीं एलर्जी का शिकार, सावधानी बरतने की सलाह

    जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। दिन ब दिन बढ़ रहे तापमान से बुखार, पेट दर्द, उल्टी दस्त के अलावा आंखों के लिए भी बेहद खतरनाक है। बढ़ रहे तापमान और लू के थपेड़ों से आंखें एलर्जी का शिकार हो रही हैं। मंगलवार को मेडिकल कालेज की ओपीडी में आंखों की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या ठीकठाक रही। डाक्टरों ने आंखों को बीमारी से बचाने के लिए पसीना जाने के अलावा अन्य सावधानियां बरतने की सलाह दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तेज धूप के कारण दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच रहा है। वहीं लू के थपेड़ों ने भी आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। तेज धूप की किरणों और लू के थपेड़ों के कारण लोगों में आंखों की बीमारियां शुरू हो गई हैं।

    नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. संजीव रोहतगी ने बताया कि खतरनाक मौसम के कारण आंखों का लाल होना, खुजली, जलन, पानी आना व कीचड़ आने की समस्या शुरू हो गई है। मरीजों की जांच करते हुए नेत्र रोग चिकित्सक डा. ईला तिवारी ने बताया कि मेडिकल कालेज की ओपीडी में आंखों की बीमारियों से परेशान काफी मरीज आ रहे हैं।

    बनीपारा महाराज के शमी उल्लाह ने बताया कि कई दिन आंखों के अंदर धूल के कण जैसी चुभन के साथ ही जलन भी हो रही है। नेत्र रोग चिकित्सक डा. जय वर्धन ने बताया कि आंखें बहुत ही नाजुक होती हैं जो धूल, पसीना, अधिक तापमान और लू आदि को सहन नहीं कर पातीं जिसके कारण आंखों का लाल होना, जलन, खुजली आदि की समस्या होती है।

    उन्होंने बताया कि लोग बिना सोचे समझे हाथों से आंखों को रगड़ना शुरू कर देते हैं जिससे जख्म होने का खतरा रहता है। धूल आदि के कण आंखों में चले जाने पर रगड़ने के बजाय साफ और ठंडे पानी से आंखों को धोएं और काटन की तौलिया की मदद से आराम से पोछें।

    साथ ही झोलाछाप के बजाय प्रशिक्षित डाक्टर से उपचार कराएं समस्या दूर हो जाएगी। उन्होंने बताया कि आंखों को सूर्य की किरणों से बचाने के लिए काला चश्मा पहनें, सिर को तौलिया से ढककर रखें। साथ ही कोशिश करें कि पसीना आंखों में नहीं जाने पाए।