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    UP Weather Update: प्रदेश में सबसे सर्द रहा कानपुर, अगले महीने तक भी राहत की उम्मीद नहीं; कोहरे ने बढ़ाया खतरा

    By akhilesh tiwari Edited By: Aysha Sheikh
    Updated: Sat, 20 Jan 2024 12:44 PM (IST)

    कानपुर में शीतलहर और सर्दी का यह मौसम अगले महीने की 15 तारीख तक बने रहने के आसार हैं। अगले पांच दिनों तक आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है। प्रातःकाल एवं रात्रि के समय शीत लहर धुंध के साथ घना कोहरा छाया रहेगा। लगातार कोहरा और सूरज नहीं निकलने से फसलों में विभिन्न कीटों के प्रकोप का खतरा बढ़ गया है।

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    UP Weather Update: प्रदेश में सबसे सर्द रहा कानपुर, अगले महीने तक भी राहत की उम्मीद नहीं

    जागरण संवाददाता, कानपुर। कड़ाके की सर्दी ने शुक्रवार को सीजन में सर्दी का रिकार्ड तोड़ दिया। न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री के साथ प्रदेश का सबसे सर्द जिला कानपुर नगर बन गया। दूसरे नंबर पर चित्रकूट रहा जहां न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री रिकार्ड किया गया।

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    मौसम विज्ञानियों के अनुसार जेट स्ट्रीम के नीचे आने से हुए बदलाव की वजह से सर्दी का ज्यादा असर बना हुआ है। शीतलहर और सर्दी का यह मौसम अगले महीने की 15 तारीख तक बने रहने के आसार हैं। शुक्रवार को पूरे दिन भर आसमान में सूरज के दर्शन नहीं हुए।

    लिहाजा दिन का तापमान 11.8 डिग्री पर पहुंच गया जो सामान्य से भी 7.6 डिग्री कम है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री रहा है। शुक्रवार को दिन भर शीतलहर भी चलती रही लेकिन राहत हवा की घटी रफ्तार से मिली।

    शुक्रवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हवा की औसत गति 1.7 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई है। कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले पांच दिनों तक आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है। प्रातःकाल एवं रात्रि के समय शीत लहर, धुंध के साथ घना कोहरा छाया रहेगा।

    कोहरे से फसलों में बीमारियों का खतरा

    मौसम विज्ञानी डा. पांडेय के अनुसार लगातार कोहरा और सूरज नहीं निकलने से फसलों में विभिन्न कीटों के प्रकोप का खतरा बढ़ गया है। यह शुष्क सर्दी का मौसम है इससे फसलों में नमी की कमी हो सकती है। किसानों को चाहिए कि वह खेतों की समय-समय पर सिंचाई करते रहें। इसके अलावा कीटनाशी दवाओं का प्रयोग भी जरूरी है। आलू की फसल में झुलसा रोग का खतरा बढ़ रहा है।

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