जासं, कानपुर : कोहरे के कारण ट्रेन यात्रियों की मुश्किल और बढ़ गई है। रेलवे अधिक देरी से आने वाली ट्रेनों में खानपान सामग्री भी मुहैया करा रहा लेकिन, इंतजार में यात्री व स्वजन दोनों बेहाल हैं। रविवार रात से सोमवार तक सेंट्रल स्टेशन पर 89 ट्रेनें घंटों देरी से आईं। इनमें वाराणसी व नई दिल्ली वंदे भारत, श्रम शक्ति एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनें भी सात से नौ घंटा तक विलंबित रहीं। करीब 2310 यात्रियों ने टिकट वापस कर पैसे ले लिए।
भूखे-प्यासे यात्री प्लेटफार्म पर ट्रेन पहुंचते ही स्टालों व वेंडरों के पास खानपान सामग्री खरीदते नजर आए।
नए साल में जनवरी के पहले दिन से ही ट्रेनों की चाल बिगड़ी है। इससे हजारों की संख्या में यात्रियों को नुकसान हो चुका है। अधिकांश प्रोफेशनल, कारोबारी व आमजन समय से गंतव्य पर नहीं पहुंचने के कारण समस्या से दो-चार हो चुके हैं।
रेलवे ने कोहरे के कारण देरी से आ रही ट्रेनों के यात्रियों को खानपान सुविधा मुहैया कराने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। प्रतिदिन ऐसी ट्रेनों के यात्रियों के लिए सुविधा दी जा रही है। सेंट्रल स्टेशन, गोविंदपुरी, पनकी धाम, अनवरगंज आदि स्टेशनों पर अधिकृत वेंडरों, स्टाल संचालकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कहा गया है। ट्रेनों के आने पर सामान्य कोच के सामने ही वेंडरों को रहने के निर्देश पहले से ही हैं।
स्वर्ण शताब्दी समेत ये ट्रेनें भी लेट
आनंद विहार टर्मिनल गरीब रथ एक्सप्रेस 16, भुवनेश्वर साप्ताहिक सुपरफास्ट छह, मनवर संगम एक्सप्रेस 10, नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस सात, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 17, नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस चार, बिहार संपर्क क्रांति 27 घंटा, सूबेदारगंज सुपरफास्ट 13, भुवनेश्वर तेजस राजधानी 26, महाबोधि नौ, नई दिल्ली क्लोन स्पेशल सात, पूर्वा एक्सप्रेस 17 और नई दिल्ली दूरंतो एक्सप्रेस 18 घंटा देरी से सेंट्रल स्टेशन पहुंची।