अक्टूबर से शुरू होगा UPCA का नया सत्र, सीनियर वूमेंस क्रिकेट से होगी घरेलू सत्र की शुरुआत
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का नया सत्र अक्टूबर से शुरू होगा। इस बार सिर्फ खिलाड़ी पर ही नहीं बल्कि कोच के प्रदर्शन पर भी नजर रहेगी। जूनियर महिला और पुरुष क्रिकेट टीम के कोच और चयनकर्ता का प्रदर्शन पर एसोसिएशन परखेगा। सीनियर वूमेंस क्रिकेट से घरेलू सत्र की शुरुआत होगी।

अंकुश शुक्ल, जागरण, कानपुर। उप्र क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की एपेक्स कमेटी की बैठक में हुए निर्णय पर नए सीजन से अमल हो सकता है। अक्टूबर से शुरू बीसीसीआइ की घरेलू शृंखला की शुरुआत हो रही है। इसमें महिला, पुरुष के साथ जूनियर क्रिकेट टीम के प्रदर्शन पर चयनकर्ता और कोच की नजर रहेगी। इसके साथ ही यूपीसीए में दूसरे राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों के प्रवेश पर रोक रहेगी।
पिछले कई वर्षों से सीनियर टीम के कोच और चयनकर्ताओं की कुर्सी में फेरबदल किए गए। लेकिन परिणाम तस का तस रहा और उप्र की टीम का रणजी खिताब जीतने का इंतजार हर वर्ष की तरह बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2005-06 में उप्र की टीम ने पहली बार रणजी ट्राफी का खिताब बंगाल को हराकर जीता था।
उप्र क्रिकेट एसोसिएशन में क्रिकेट सुधार के लिए कार्य करने वाली एपेक्स कमेटी की बैठक में नए सत्र से खिलाड़ियों के साथ कोच और चयनकर्ताओं के लिए भी मानक तय करने की बात सामने आई थी। क्रिकेट में सुधार की दृष्टि से एपेक्स सदस्यों ने पुरुष क्रिकेट की तरह ही महिला और जूनियर क्रिकेट में खिलाड़ियों के चयन पर फिटनेस टेस्ट अनिवार्य करने पर जोर दिया था।
बताया जा रहा है कि यूपीसीए नए सीजन से खिलाड़ियों के प्रदर्शन के साथ ही कोच और चयनकर्ताओं के प्रदर्शन और निर्णय की निगरानी करेगा। इसके साथ ही यूपीसीए एसोसिएशन की वार्षिक आमसभा में चयनकर्ता, कोच और सपोर्ट स्टाफ का कार्यकाल लिखित रूप से कर सकता है। इसके साथ ही नए सीजन में उप्र की टीम में बाहर के खिलाड़ियों के प्रवेश पर रोक रहेगी।
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