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    थाईलैंड के नाम पर युवक को भेज दिया म्यांमार के जंगलों में, राज खुला तो हो गई कार्रवाई

    Updated: Wed, 27 Nov 2024 08:14 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। कल्याणपुर पुलिस ने थाईलैंड में नौकरी लगवाने के झांसे में युवक को म्यांमार भेजने के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित पंजाब के रहने वाले हैं और पीड़ित युवक के संपर्क में थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अन्य शामिल लोगों की तलाश कर रही है।

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    थाईलैंड के नाम पर युवक को भेज दिया म्यांमार के जंगलों में, राज खुला तो हो गई कार्रवाई

    संवाद सहयोगी, कल्याणपुर। थाईलैंड में नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवक को म्यांमार भेजने के मामले में पुलिस ने दो आरोपित को मंगलवार रात में गिरफ्तार किया। दोनों आरोपित पंजाब के है। आरोपित पीड़ित युवक के संपर्क में थे।  कल्याणपुर के हरि सिंह का बगिया निवासी शिवेंद्र सिंह एक जूता कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर थे। उन्हें संदीप नामक युवक थाईलैंड में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 31 अक्टूबर को कानपुर से दिल्ली ले गया था। जहां से टूरिस्ट वीजा बनवाकर तीन नवंबर को थाईलैंड से म्यांमार के जंगलों में भेज दिया गया।

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    पीड़ित के भाई दीपेंद्र की तहरीर पर कल्याणपुर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसकी जांच स्थानीय पुलिस के अतिरिक्त क्राइम ब्रांच भी कर रही थी। मामले में पुलिस ने पंजाब के फरीदकोट पुरी कालोनी निवासी संदीप कुमार शर्मा व प्रीतम सिटी छरैटा अमृतसर निवासी करनदीप सिंह को गिरफ्तार किया था।

    नौकरी के नाम पर झांसा

    पूछताछ में संदीप शर्मा ने बताया कि वह सन 2017-18 में इमीग्रेशन का कार्य करता था। जिसमें रमनदीप नामक व्यक्ति उसका साझेदार था। कोविड के दौरान रमनदीप की मृत्यु होने पर उसने काम बंद कर दिया। वही एक माह पहले संदीप के जानने वाले व्यक्ति ने थाईलैंड में नौकरी आने की बात बताई। जिसके लिए 60 से 80 हजार रुपए वेतन तय किया गया था।

    संदीप ने शिवेंद्र को नौकरी का लालच देकर ऑनलाइन इंटरव्यू कराया और करनदीप से संपर्क कर थाईलैंड भेज दिया। जहां से सड़क मार्ग द्वारा अवैध रूप से शिवेंद्र को म्यांमार भेज दिया गया। संदीप शर्मा को शिवेंद्र के पहले माह का वेतन कमीशन के रूप में मिलना था। मुकदमें के विवेचक रवि शर्मा ने बताया की प्रकरण में शामिल अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है।

    कुवैत में नौकरी दिलाने का झांसा देकर हड़पे 1.05 लाख रुपये

    वहीं इसी प्रकार का एक मामला सामने आया है। दरअसल कुवैत में 60 हजार रुपये प्रतिमाह की नौकरी लगवाने का झांसा देकर पिता-पुत्र ने मछरिया निवासी सिलाई कारीगर से 1.05 लाख रुपये हड़प लिए।

    आरोप है कि पिता-पुत्र ने उन्हें मेडिकल परीक्षण कराने के बहाने लखनऊ बुलाया और फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट थमा दिया। नौकरी न लगने पर रुपये मांगे तो आरोपित ने खुद को मुख्तार अंसारी का करीबी बता जान से मरवाने की धमकी दे दी। कोर्ट के आदेश पर नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

    पीड़ित मो. कय्यूम के मुताबिक उन्हें एक परिचित ने बताया कि कुवैत में सिलाई के काम में ज्यादा कमाई है। इस पर उन्होंने अपने दोस्त जाजमऊ केडीए कालोनी निवासी रिजवान से बात की। उन्होंने मऊ के ग्राम कारीसात निवासी शाह आलम से मिलवा दिया। उसने और उसके बेटे अमान ने कुवैत में 50 से 60 हजार रुपये प्रतिमाह की नौकरी दिलाने की बात कही।

    वहां भेजने के लिए वीजा बनवाने में 1.50 लाख का खर्च बताया। कय्यूम ने उन्हें कई बार में 1.05 लाख रुपये दे दिए, पर नौकरी नहीं लगी। जब रुपये मांगे तो मुख्तार अंसारी का करीबी बता धमकाने लगा। इस संबंध में आरोपित से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। नौबस्ता थाना प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।

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