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    कानपुर में लगने जा रहा लड्डुओं का बाजार, तिल–गुड़, गोंद, आटे सहित कई देसी व्यंजनों से दिखेगी लोक परंपरा

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 07:34 PM (IST)

    कानपुर में 11 दिसंबर को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में लड्डू बाजार का आयोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह क ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। जागरण संवाददाता, कानपुर। सर्दी ने अब रंग दिखाना शुरू कर दिया है। सर्द हवाओं के बीच ठिठुरन का अहसास होने लगा है। ऐसे में खानपान में बदलाव आना लाजमी है। खानपान की बात हो तो मीठे की चर्चा न हो ऐसा कैसे हो सकता है। खासतौर पर देसी व्यंजन। देसी व्यंजन की ये लोकपरंपरा आज भी सर्दियों में खूब फल फूल रही है। तभी तो शहर में इस देसी व्यंजन का बाजार लगने जा रहा है।

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    कानपुर में सर्दी के देसी व्यंजन यानी लड्डुओं का बाजार लगने जा रहा है। इसमें गुड़, तिल, ड्राई फ्रूट सहित कई तरह के लड्डू यहां नजर आएंगे। ये लड्डू न सिर्फ स्वादिष्ट होंगे बल्कि सर्दी में ऊर्जावान होंगे। साथ ही इन्हें खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। ये लड्डू केमिकल रहित होंगे।


    यहां लगेगा बाजार

    इस बार सर्दियों में लड्डुओं का बाजार कानपुर में धूमधाम से लगाया जा रहा है। 11 दिसंबर को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के में लड्डू बाजार का आयोजन होगा। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की पहल पर लोक परंपरा लड्डू बाजार का आयोजन किया जा रहा है।


    मेले में आएंगे ये व्यंजन

    तिल–गुड़ की सोंधी सुगंध, सौंठ-पंजीरी की गर्माहट, गोंद-मेवा की करारी मिठास और बाजरा–रागी जैसे मिलेट से बने ऊर्जा-वर्धक लड्डुओं की बिक्री मेले के माध्यम से की जाएगी। सर्दियों की पौष्टिक परंपराओं का सामूहिक उत्सव थीम पर आधारित यह लड्डू बाजार उन घरेलू व्यंजनों को फिर से केंद्र में लाने का प्रयास है, जो पीढ़ियों से शहर की पहचान हैं। स्वयं-सहायता समूह, स्थानीय महिलाओं के द्वारा बनाए गए लड्डुओं के स्टाल लगाए जाएंगे।


    शीतकालीन परंपराओं का सम्मान

    सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा संजय सिंह ने कहा कि यह सिर्फ मिठास का उत्सव नहीं, बल्कि उन शीतकालीन परंपराओं का सम्मान है, जो आज भी घरों की रसोई में सेहत की विश्वसनीय धरोहर बनी हुई हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जाड़े के ये देसी लड्डू हमारी सांस्कृतिक पहचान और पोषण परंपरा का हिस्सा हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अधिक से अधिक लोग लड्डू बाजार में शामिल होकर इस विरासत को आगे बढ़ाने में सहभागिता करें।