Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kanpur news: कानपुर के मैकराबर्टगंज में पांच सौ बेड का बनेगा सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल, मिलेंगी ये सुविधाएं

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 06:48 AM (IST)

    कानपुर के मैकराबर्टगंज में केडीए द्वारा 45 हजार वर्ग मीटर भूमि पर 500 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जाएगा। यह अस्पताल पीपीपी मॉडल के तहत बनेगा ...और पढ़ें

    Hero Image

    राहुल शुक्ल, कानपुर। मैकराबर्टगंज में स्थित जार्जिना मैकराबर्ट मेमोरियल हास्पिटल की 45 सौ वर्ग मीटर जमीन पर केडीए पांच सौ बेड का सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल के तहत हास्पिटल बनाया जाएगा। इसमें गरीबों का ध्यान रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। कार्य योजना बनाने के लिए जल्द कंसल्टेंट कंपनी तय की जाएगी। हास्पिटल में सारी आधुनिक सुविधाएं होगी। साथ ही पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा लोगों के ठहरने के लिए कमरे बनाए जाएगे। अस्पताल के बनने से शहर के उत्तर और मध्य के लोगों को लाभ मिलेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

     

    मैकराबर्टगंज में स्थित जार्जिना मैकराबर्ट मेमोरियल हास्पिटल में सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल बनाने के लिए कैबिनेट ने जमीन केडीए को हस्तानांतरित कर दी है। शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। यहां पर केडीए पीपीपी माडल के तहत सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल बनाएगा।चिकित्सा की सारी आधुनिक सुविधाओं सहित पांच सौ बेड का अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए केडीए के नगर नियोजन विभाग द्वारा खाका तैयार किया जा रहा है ताकि टेंडर प्रक्रिया करायी जा सके और हास्पिटल को धरातल पर लाया जा सके। शासन ने साफ कहा है कि तीन साल में तीन साल में जमीन का प्रयोग न करने पर वापस हो जाएगी। साथ ही जिस प्रयोग के लिए जमीन दी गयी है उसका ही प्रयोग केवल किया जाए।

     


    इसके लिए प्रमुख सचिव पी गुरुप्रसाद द्वारा जिलाधिकारी को दिए गए शासनादेश में कहा गया है कि नजूल भूमि पर कोई धार्मिक अथवा ऐतिहासिक महत्व की इमारत न हो। उक्त हस्तानांतरित नजूल भूमि यदि प्रस्तावित कार्य से भिन्न प्रपोजल के लिए उपयोग की जाए तो उसके लिए आवास एंव शहरी नियोजन विभाग से पुन: अनुमति ली जाए। केडीए के मुख्य नगर नियोजक मनोज कुमार ने बताया कि पीपीपी माडल से मैकराबर्टगंज स्थित जमीन पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जाएगा। प पांच सौ बेड का अस्पताल बनाने की तैयारी है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी होगी। इसके लिए कंसल्टेंट चयनित किया जाएगा।

     


    अस्पताल का इतिहास

    सिविल लाइंस स्थित करीब 12 एकड़ भूमि में वर्ष 1816 के 16 मार्च को ब्रिटिश शासन में दि जियोर्जिना मैकराबर्ट मेमोरियल हॉस्पिटल बना था। अस्पताल में लगे शिलापट के अनुसार उस वक्त अस्पताल के मालिक जेम्स स्कार्जी मेस्टन ने पत्नी की याद में यह अस्पताल बनाया था। ब्रिटिश शासन ने इस अस्पताल के लिए ट्रस्ट तैयार किया और जिम्मेदारी 11 सदस्यों की कमेटी को सौंप दी गई।

     

    सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल 

    एक ऐसा अस्पताल है जो सामान्य अस्पताल से अलग किसी एक अंक प्रणाली या बीमारी (जैसे कैंसर, हृदय रोग, किडनी रोग) के लिए अत्यधिक विशिष्ट सेवाएं प्रदान करता है। विशेषज्ञ डाक्टर, आधुनिक मशीनें और आपरेशन थियटर होगा।

     

    जनता बोली

    मैकराबर्टगंज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनने से पीरोड, जवाहर नगर समेत आसपास रहने वालों को लाभ मिलेगा। इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। जल्द अस्पताल का निर्माण कराया जाए।
    नरेश, दुकानदार

     


    मैकराबर्टगंज में सभी सुविधाओं सहित अस्पताल बनने पर लोगों को पास में ही इलाज मिल जाएगा। दूर होने के कारण मरीज को ले जाने के दौरान जाम से जूझना पड़ता है। सरकारी अस्पताल होगा तो गरीबों को सस्ता इलात मिल सकेगा।
    सौरभ बाजपेई, कारोबारी