सपा विधायक के गर्ल्स हास्टल में छात्रा ने दी जान, बहन ने बताई ये वजह
कानपुर के काकादेव में एक छात्रा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह बीएमआरआईटी की छात्रा थी और अवसाद से ग्रस्त थी। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्रा फर्रुखाबाद की रहने वाली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। काकादेव में कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं।

जागरण संवाददाता, कानपुर। काकादेव स्थित हास्टल में रहकर छत्रपति शाहू की महाराज विश्वविद्यालय से बैचलर आफ मेडिकल रेडियोलाजी एंड इमेजिंग टेक्नालाजी (बीएमआरआइटी) की पढ़ाई कर रही छात्रा ने रविवार देर शाम हास्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती मूलरूप से फर्रुखाबाद जनपद के कमालगंज रजीपुर की रहने वाली थी। हास्टल के कर्मचारियों ने छात्रा को फंदे पर लटकता देखकर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस और फोरेंसिक टीम को मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
मूलरूप से बंगाल के रहने वाले अरधेंदु कुमार धर लंबे समय से फर्रूखाबाद जनपद के कमालगंज सिंघीरामपुर के रजीपुर में रहकर क्लीनिक चलाते थे। उनकी 18 वर्षीय बड़ी बेटी पलकधर सीएसजेएमयू से बीएमआरआइटी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। परिवार में मां और छोटी बहन दीप्ति हैं जो बिठूर स्थित एक संस्थान से पढ़ाई कर रही है।
पलकधर काकादेव के रानीगंज स्थित सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के एवी गर्ल्स हास्टल में रूम पार्टनर आराध्या के साथ चौथी मंजिल पर रहती थी। छात्रा एंजाइटी और अवसाद से परेशान थी। रविवार शाम आराध्या किसी काम से बाहर गई थी, जबकि पलकधर कमरे में अकेली थी।
जब मेस संचालक ने चाय और खाना देने के लिए दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। शक होने पर मेस संचालक ने खिड़की से देखा तो उसका शव फंदे पर लटकता मिला। जिसके बाद डायल-112 पर सूचना दी गई पुलिस ने दरवाजा तोड़कर छात्रा के शव को फंदे पर उतारा।
जानकारी पाकर बिठूर से छोटी बहन दीप्ति मौके पर पहुंचे। काकादेव थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि छात्रा को अवसाद की समस्या थी उसके फार्म में भी इसका जिक्र किया गया है, फिर भी स्वजन से आत्महत्या के कारणों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
कोचिंग मंडी के हास्टल में पहले भी कई छात्र कर चुके हैं आत्महत्या
शहर का कोचिंग हब कहे जाने वाले काकादेव कोचिंग मंडी में हजारों छात्र हास्टलों में रहकर नीट,आइआइटी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। बीते कुछ सालों में अवसाद और चयन न हो पाने की हताश में कई छात्र-छात्राएं आत्महत्या कर चुके हैं। लगातार आत्महत्या की घटनाओं के बाद इनकी काउंसिलिंग के लिए कोई प्रयास नहीं होता है।
- आठ सितंबर को हितकारी नगर में सुसाइड लिखकर कानपुर देहात के पुखरायां निवासी करण सिंह के 19 वर्षीय बेटे सृजन पाल ने आत्महत्या कर ली।
- 22 मई 2025 को नीट की तैयारी कर रही गोंडा के मनकापुर बाजार निवासी छात्रा करीना मिश्रा ने की आत्महत्या
- नौ मार्च 2024 को नीट की तैयारी कर रहे छात्र नवनीत शाक्य ने आनलाइन सट्टे की लत में पड़कर नौ हजार गंवाने पर जान दे दी।
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