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    SHO को 6 बार किया फोन, नहीं उठाया तो खुद थाना पहुंच गईं राज्य मंत्री; जमकर लगाई फटकार

    Updated: Mon, 30 Dec 2024 07:52 AM (IST)

    कानपुर में भाजपा कार्यकर्ता की बेरहमी से पिटाई के बाद राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी ने उनके फोन तक नहीं उठाए। इस घटना से महिला सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। राज्य मंत्री ने एडीसीपी साउथ को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े किए हैं।

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    मारपीट की सूचना पर थाने पहुंची राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला

    जागरण संवाददाता, कानपुर। छह बार फोन करने के बावजूद न उठाने से राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला बेहद नाराज दिखीं। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी जब मंत्री का फोन नहीं उठाते आम आदमी की क्या सुनते होंगे।

    उन्होंने यह भी कहा कि जब वह पहुंचीं तब वहां एक महिला भी फरियाद लेकर पहुंची थी, लेकिन उसकी भी नहीं सुनी गई और वह चली गई। हमारे कार्यकर्ता को इतनी बुरी तरह से पीटा गया, लेकिन थाना प्रभारी किसी का फोन तक उठा रहे। उन्हें मजबूरी में थाने आना पड़ा। इसलिये कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।

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    राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने एडीसीपी साउथ महेश कुमार से कहा कि महिला सुरक्षा की बातें थाना परिसर में सिर्फ लिखी भर हैं। जिस तरह की कार्यप्रणाली पुलिस की है उससे साफ है कि सब हवा हवाई है।

    उन्होंने बताया कि सुरक्षा अधिकारी देवदत्त मिश्रा से थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा को सबसे पहले शाम पांच बजकर 48 मिनट पर, फिर 5:50 बजे दो बार और इसके बाद 5:52 पर फोन करवाया, लेकिन काल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने 6:34 बजे और 6:57 बजे फिर फोन करवाया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। जब पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने पुलिस आयुक्त को फोन किया तो उनके पीआरओ ने फोन उठाया।

    राज्य मंत्री पहुंचीं तब दर्ज हुई रिपोर्ट

    गेस्ट हाउस में पिटाई से घायल भाजपा कार्यकर्ता महेश तिवारी ने जैसे-तैसे अपने बेटे हेमंत को सूचना दी तो वह स्वजन संग मौके पर पहुंचे। इसके बाद अनिल शुक्ला वारसी को सूचना दी और थाने पहुंचे।

    आरोप है कि पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, जिस पर बेटे ने थाने का वीडियो बनाया। इसके बाद महेश ने राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला को इसकी सूचना दी। वह जब थाने पहुंच गई तो एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने घायल महेश तिवारी को मेडिकल के लिए भेजकर आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए।

    सत्संग में मतांतरण कराने की सूचना पर पहुंची पुलिस

    वहीं फर्रुखाबाद जिले में सत्संग के बहाने मतांतरण होने की सूचना मिलने पर हिंदू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को भी बुला लिया। हालांकि पुलिस जांच में मतांतरण की पुष्टि नहीं हुई। शनिवार देर रात गांव खिमसेपुर में सत्संग के लिए एक पादरी अनुसूचित जाति बस्ती में रिश्तेदारों को साथ लेकर पहुंचे।

    मतांतरण की आशंका पर हिंदू संगठन के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने पर कई लोग मौके से खिसक गए। हालांकि अनूसूचित जाति के परिवार के रिश्तेदार डटे रहे। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार शुक्ला ने बताया कि जांच में मतांतरण की बात सामने नहीं आई है।

    हालांकि लोगों ने बताया कि नौकरी का लालच व रुपये देकर ईसाई बनाया जाता है। इससे पूर्व में गांव पसनिंगपुर में भी सत्संग कार्यक्रम में कुछ लोगों का मतांतरण कराया गया था। तब पुलिस ने सत्संग बंद करवा दिया था।

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