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    Kanpur News: जाजमऊ आगजनी मामले में सपा विधायक की पत्नी की बढ़ेंगी मुश्किलें, हमराज से जुड़े मामले की जांच में सामने आए कई राज

    Updated: Sat, 22 Jun 2024 01:18 PM (IST)

    तीन जून को हुए नई सड़क उपद्रव में फंडिंग के आरोपित मोहम्मद वसी की कंपनी हमराज कंस्ट्रक्शन में उसके साथ इरफान की पत्नी नसीम इरफान के चाचा मेराज वसीम राइडर और खदीजातुल कुबरा निदेशक थे। दैनिक जागरण ने जब यह मामला उठाया तो नसीम सोलंकी ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। इधर इरफान के चाचा मेराज सोलंकी मुशीर आलम सफीक उर्फ मान्यवर उमर लारी समेत सात पर धोखाधड़ी फर्जी...

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    हमराज का राज बढ़ाएगा इरफान की पत्नी और चाचा की मुसीबतें

    जागरण संवाददाता, कानपुर। जाजमऊ में विधवा के प्लाट पर आगजनी के मामले में पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को सात साल की सजा हुई है, जिसके बाद उनकी विधायकी भी चली गई है। इधर, सीसामऊ विधानसभा सीट पर दोबारा चुनाव की खबरों के बीच इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी और उनके चाचा मेराज सोलंकी की मुसीबतों बढ़ सकती हैं।

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    पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने विवादित कंस्ट्रक्शन कंपनी हमराज से जुड़े मामलों की समीक्षा की है। पूर्व विधायक की पत्नी नसीम सोलंकी और चाचा मेराज सोलंकी तीन जून के उपद्रव के खजांची बिल्डर हाजी वसी के साथ इसमें डायरेक्टर रहे हैं और कंपनी पर फर्जी दस्तावेजों के साथ गोलमाल का अंदेशा है।

    नसीम सोलंकी ने कंपनी से दिया इस्तीफा

    तीन जून को हुए नई सड़क उपद्रव में फंडिंग के आरोपित मोहम्मद वसी की कंपनी हमराज कंस्ट्रक्शन में उसके साथ इरफान की पत्नी नसीम, इरफान के चाचा मेराज, वसीम राइडर और खदीजातुल कुबरा निदेशक थे। दैनिक जागरण ने जब यह मामला उठाया तो नसीम सोलंकी ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था।

    इधर इरफान के चाचा मेराज सोलंकी, मुशीर आलम, सफीक उर्फ मान्यवर, उमर लारी समेत सात पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने समेत कई धाराओं में मुकदमा वसीम राइडर की तहरीर पर सितंबर 2023 में दर्ज किया गया था।

    कंपनी में फर्जी दस्तावेज का भी हुआ इस्तेमाल

    पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने बताया कि वसीम राइडर का आरोप है कि जाजमऊ में 921.92 वर्ग मीटर जमीन खरीदने के नाम पर सपा विधायक के चाचा मेराज ने उससे 3.63 करोड़ रुपये लिए थे। इस गोलमाल में कंपनी में फर्जी दस्तावेजों का भी प्रयोग हुआ।

    कंपनी ने कौन-कौन सी जमीनें खरीदीं, कौन सी बेचीं, क्या खरीद फरोख्त में नियमों का पालन किया गया, किस तरह के फर्जी दस्तावेज लगाए गए और इस सबमें नसीम सोलंकी और मेराज की क्या भूमिका थी, पुलिस इन सवालों का जवाब तलाश रही है। अगर इसमें कहीं भी यह लोग दोषी पाए गए तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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