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    Hamirpur : मौदहा बांध से छोड़ा गया 15 सौ क्यूसेक पानी, छह गांव जलमग्न, 30 हजार लोगों के सामने सकंट

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Thu, 15 Sep 2022 03:47 PM (IST)

    हमीरपुर के मौदहा बांध से 15 सौ क्यूसेक पानी छोड़ने से छह गांव जलमग्नन हो गए है। गांवों का आवागमन भी ठप हो गया। वहीं गांवों में रहने वाले 30 हजार लोगों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है।

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    हमीरपुर में बाढ़ के पानी से छह गांव जलमग्नन।

    हमीरपुर, जागरण संवाददाता। ब्रह्मानंद बांध (मौदहा बांध) के फाटक खोल दिए जाने से बिरमा नदी में बाढ़ आ गई। जिससे छह गांवों का आवागमन ठप हो गया। पुल से पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है। बता दें कि बाढ़ प्रभावित छह गांवों में करीब 30 हजार लोग रहते हैं।

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    जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते ब्रह्मानंद बांध में अधिक जलभराव हो गया। जिसके चलते बांध के फाटक खोल कर पानी की निकासी कर दी गई। इस कारण बिरमा नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्राम बंडवा में बने पुल से पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है।

    यहां पर आवागमन पूरी तरह से ठप है। इसी तरह ग्राम उपरहंका में बने पुल से भी पांच से छह फिट ऊपर पानी बह रहा है। यहां पर किसानों की फसलें भी पानी के चलते खराब हो रही हैं। किसान हिमांशु राजन, मोहित राजपूत ने बताया कि उन्होंने 25 बीघे की खेती में मूंगफली की फसल की थी जो बाढ़ के पानी के चलते खराब हो गई।

    इसी प्रकार ग्राम बिलगांव में भी पुल से 10 फीट ऊपर पानी बह रहा है। यहां पर भी आवागमन पूरी तरह ठप है। जिससे सिवनी, पुरैनी सरीला आदि तरफ जाने वाले लोगों के यातायात पूरी तरह ठप हो चुका है। बाढ़ का पानी आ जाने से सबसे अधिक नुकसान किसानों का हो रहा है।

    इस समय किसान अपने अपने खेतों की मेड़ पर पानी की रखवाली कर रहे हैं। जिससे कहीं बाढ़ का पानी उनके खेत में घुस कर फसलें खराब न कर दे।

    मौदहा बांध के एक्सइएन करन पाल गंगवार ने बताया कि पानी अधिक होने के कारण बांध के गेट खोल दिए हैं। जिससे 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी धीरे-धीरे कम हो जाएगा।