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    बेटियों को 'शक्तिमान' बनाएगा कलाई पर बंधा शक्ति बैंड, खतरा होने पर लगेगा 4000 वोल्ट का झटका

    शक्ति बैंड एक क्रांतिकारी रिस्ट बैंड है जो महिलाओं को शोहदों और हमलावरों से बचाने के लिए बनाया गया है। यह बैंड 4000 वोल्ट का करंट देकर हमलावर को संज्ञाशून्य कर देता है और साथ ही परिवार के सदस्यों और पुलिस को आपात संदेश भेजता है। यह बैंड ऑनलाइन उपलब्ध है और इसकी कीमत 3000 रुपये है। इस बैंड की मदद से 40 लोगों को भी संभाला जा सकता है।

    By akhilesh tiwari Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Mon, 14 Apr 2025 06:31 PM (IST)
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    महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक अनोखा आविष्कार शक्ति बैंड

    अखिलेश तिवारी, कानपुर। बेटियों को अब शोहदों और अनजान हमलावरों से डरने की जरूरत नहीं। वे अपनी सुरक्षा खुद कर सकेंगी। उनकी कलाई पर बंधा स्मार्ट वॉच के आकार का शक्ति बैंड किसी ऐसे व्यक्ति को करंट का झटका देकर संज्ञाशून्य कर देगा, जो उन्हें गलत इरादे से छुएगा।

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    इस बैंड की मदद से एक साथ गलत नियत रखने वाले 40 लोगों को भी संभाला जा सकता है। इस बैंड में मौजूद जीपीएस से परिवार के सदस्यों और पुलिस तक तत्काल लोकेशन के साथ आपात संदेश भी पहुंच जाएगा।

    इसकी विशेषता यह भी है कि इसे पहनने वाले को करंट नहीं लगता है। यह ऑनलाइन तीन हजार रुपये में उपलब्ध है। इसके नए माडल पर ट्रायल चल रहा है जोकि जल्द ही उपलब्ध होगा। नए माडल की कीमत पांच हजार रुपये तक हो सकती है।

    कानपुर स्थित प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी (PSIT) के इनक्यूबेशन सेंटर में बने स्टार्टअप शक्ति वेयरेबल की फाउंडर डॉ. सृष्टि शर्मा ने यह रिस्ट बैंड तैयार किया है। अब तक 1400 से अधिक लड़कियां और महिलाएं इसका प्रयोग भी कर रही हैं।

    शक्ति वेयरेबल की फाउंडर डॉ. सृष्टि शर्मा

    उन्होंने बताया कि महिलाओं के साथ होने वाली दुष्कर्म, घरेलू हिंसा जैसी घटनाओं को ध्यान में रखकर ही इस रिस्ट बैंड को तैयार किया गया है। भारत सरकार ने इसे अपना पेटेंट भी जारी किया है। वैश्विक पेंटेंट के लिए आवेदन भी किया जा चुका है।

    उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पिछले साल लखनऊ में आयोजित स्टार्टअप मेले में इसकी सराहना करने के साथ अपने सुझाव भी दिए थे।

    करंट का झटका देने के साथ लाइव लोकेशन भी भेजेगा

    डॉ. सृष्टि ने बताया कि रिस्ट बैंड को स्क्वायर वेव टेक्नोलाजी से तैयार किया गया है। आसान भाषा में कहें तो जिसकी भी कलाई में यह बंधा होगा, उसे झटका नहीं लेगा। इसमें लगा मोशन सेंसर पहनने वाले की धड़कन व अन्य गतिविधियों को पहचान लेगा।

    इसी सेंसर से करंट नियंत्रित होगा। महिला या लड़की को अगर कोई अपरिचित या गलत नीयत से छूने की कोशिश करेगा तो रिस्ट बैंड से प्रवाहित चार हजार वोल्ट का करंट उसे जोरदार झटका देगा। झटका लगने से हमलावर तीन से पांच मिनट के लिए संज्ञाशून्य हो जाएगा, हालांकि उसकी जान को खतरा नहीं रहेगा।

    बैंड से जब भी करंट प्रवाहित होगा तो स्वत: ही पुलिस व परिवारीजन को घटनास्थल की लाइव लोकेशन के साथ एक आपात संदेश भी पहुंच जाएगा। इसे जरूरत पड़ने पर आन यानी शुरू किया जाता है।

    बाकी समय यह आफ रहेगा। यह स्मार्टफोन की तरह चार्ज किया जा सकता है। 30 मिनट तक चार्ज करने पर 70 घंटे तक काम करता है। इसे shaktiwearables.com से आनलाइन खरीदा जा सकता है।

    तकनीक का दूसरे उपकरणों में भी होगा प्रयोग

    पीएसआइटी के अपर निदेशक डॉ. मनमोहन शुक्ला ने बताया कि स्क्वायर वेव टेक्नोलाजी का प्रयोग अन्य उपकरणों में भी करने की तैयारी चल रही है।

    इसका निर्माण एक नान लीथल डिफेंस टेक्नोलाजी के रूप में किया गया है। यह डिवाइस वाटरप्रूफ और शाकप्रूफ भी है। भविष्य में अंगूठी, जूते और लकड़ी या धातु की छड़ी में भी इस टेक्नोलाजी की मदद से यह सुविधा मिल सकेगी।

    शक्ति वेयरेबल की तकनीक को पेटेंट मिल चुका है। इस तरह का रिस्ट बैंड अभी किसी अन्य जगह पर उपलब्ध नहीं है। महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए यह अत्यंत उपयोगी उपकरण है।

    -प्राणवीर सिंह चौहान, चेयरमैन पीएसआइटी

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