महाठग रवींद्रनाथ ने दो डॉक्टरों समेत चार लोगों से ठगे 9.44 करोड़ रुपये, कानपुर में जीरो FIR
महाठग रवींद्रनाथ सोनी के खिलाफ कानपुर में दो डॉक्टरों सहित चार पीड़ितों ने लगभग 9.44 करोड़ रुपये की ठगी की जीरो एफआईआर दर्ज कराई है। ये सभी पीड़ित दुब ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। महाठग रवींद्रनाथ सोनी के खिलाफ दो डाक्टर समेत चार पीड़ितों ने अब रविवार को सदर कोतवाली में लगभग 9.44 करोड़ रुपये की ठगी की जीरो एफआइआर कराई है।
चारों पीड़ित गुजरात के अहमदाबाद, जामनगर, आणंद नगर और झारखंड के रांची के मूल निवासी हैं और कई सालों से दुबई में परिवार संग रह रहे हैं।
वहीं, महाठग के खिलाफ दस्तावेजों को कोतवाली पुलिस ने डीसीपी पूर्वी कार्यालय भिजवा दिया है, जिसके बाद अब सोमवार तक सभी दस्तावेज सोमवार को ईडी को भेजे जा सकते हैं।
दिल्ली के मालवीय नगर निवासी महाठग रवींद्रनाथ सोनी के खिलाफ मुकदमों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार को तमिननाडु के चेन्नई के कोलाथुर मदनमकुप्पम रोड निवासी मणिकंदन राजगोपाल ने रवींद्रनाथ सोनी, गुरनीत कौर के खिलाफ 98,44,100 की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था।
इसके बाद रविवार को दुबई में रह रहे गुजारात के आणंद जिला के डॉ. आवेश अशोक पटारिया सदर कोतवाली पहुंचे। उनके मुताबिक, रवींद्रनाथ सोनी और उसके साथियों ने ब्लूचिप कामर्शियल ब्रोकर कंपनी में निवेश कराने के नाम पर उनसे 2,56,78,758 रुपये ठग लिए।
इसी तरह से दुबई की आइटी कंपनी में कार्यरत मूलरूप से गुजरात के जाम नगर निवासी प्रहलाद प्रसाद ने रवींद्रनाथ सोनी पर 4,89,11920 रुपये, अहमदाबाद के निधि विजय मेहता ने 1,22,27980 रुपये और दुबई में रह रहे मूलरूप से झारखंड के रांची जिला के रहने वाले डा. पुलक पुनीत से 76,25,746 रुपये निवेश के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया है।
सभी ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर जीरो एफआर दर्ज कराई है। एसीपी कोतवाली आशुतोष सिंह ने बताया कि जो भी एफआइआर हुई हैं। उन्हें संबंधित जिले के थानों में स्थानांतरित किए जाएंगे। उन पीड़ितों की जांच वहीं से होगी। संबंधित थाना पुलिस यहां से जो भी सहयोग मांगेगी। उन्हें दी जाएगी।
10 देशों के एक हजार लोगों से 1500 करोड़ से ज्यादा कर चुका ठगी
एसआइटी की जांच में अब तक रवींद्रनाथ सोनी भारत, यूएई, जापान, कनाडा, मलेशिया, नेपाल समेत 10 देशों के एक हजार से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुका है। ठगी की रकम 1500 करोड़ से ज्यादा की होने की संभावना है। लगातार पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है।

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