चाची और भतीजे के बीच आठ साल से थे अवैध संबंध, इनकार पर उतार दिया मौत के घाट
चाची की हत्या में गिरफ्तार आरोपित भतीजे ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव काटर के मजरा गुरैय्यन में महिला की हत्या अवैध संबंधों में हुई थी। पुलिस ने आरोपित भतीजे को शनिवार मध्य रात करीब दो बजे मूसानगर रोड स्थित रहटी खालसा तिराहा के समीप मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। उसके दाहिने पैर में गोली लगी है और पुलिस ने एक तमंचा व कारतूस भी बरामद किए हैं। आरोपित ने अवैध संबंधों में चाची की हत्या की स्वीकारोक्ति की है।
कानपुर देहात के सीमावर्ती घाटमपुर कोतवाली के काटर गांव के मजरा गुरैय्यन में बुधवार की रात बरामदे में 38 वर्षीय अर्चना की गर्दन रेतकर हत्या कर दी गई थी। उस समय उसके साथ दस वर्षीय बेटा दीपांशु घर में था। उसने पुलिस को रात में करीब 28 वर्षीय चचेरे भाई जय सिंह यादव के घर आने की जानकारी दी थी। इसके बाद गांव में पूछताछ के बाद पुलिस ने अवैध संबंधों में हत्या का शक जताते हुए उसकी तलाश शुरू की थी।
फसल काटने गए थे पति व बड़ा बेटा
अर्चना के पति धीर सिंह यादव अपने मछले बेटे 12 वर्षीय आयुष के साथ घटना की रात खेत पर गेहूं की फसल काटने गए थे। धीर सिंह का बड़े बेटा ताऊ देवप्रकाश के पास रहता है, क्योंकि संतान न होने के कारण उन्होंने उसे गोद लिया था। बुधवार की आधी रात दीपांशु के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी आ गए थे और अर्चना की रक्त रंजित लाश बरामदे में पड़ी देखी थी। घटना की जानकारी होते ही धीर सिंह और मझला बेटा भी घर आ गए थे। मां का शव देखकर दोनों बेटे रोते रहे थे।
इस तरह पुलिस को हुआ शक
पूछताछ में छोटे बेटे दीपांशू ने रात में चचेरे भाई जय सिंह के आने की जानकारी दी थी। वहीं ग्रामीणों ने भी दबी जुबान में जय सिंह और अर्चना के बीच अवैध संबंधों का शक जताया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि जय सिंह ट्रक चलाता है और धीर सिंह के घर से जाने के बाद अक्सर वह अर्चना के पास आ जाता था। इसपर संदेह पुख्ता होने पर पुलिस जय सिंह की तलाश कर रही थी।
मुठभेड़ में हत्थे चढ़ा जय सिंह
तलाश में जुटी पुलिस को पता चला कि जय सिंह मूसानगर रोड स्थित रहटी खालसा के आसपास है। इसपर पुलिस ने शनिवार की रात दबिश दी और जय सिंह को घेर लिया। जय सिंह ने पुलिस से बचकर भागने के प्रयास में तमंचे से फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में जय सिंह के दाहिने पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके 315 बोर का तमंचा व दो कारतूस के खोखे बरामद किए। पूछताछ में जय सिंह ने चाची की हत्या की स्वीकारोक्ति करते हुए पूरी घटना बताई।
चाची से आठ साल से थे अवैध संबंध
जयसिंह ने पुलिस को बताया कि बीस साल की उम्र में वह चाची के पास जाता था। चाची को देखकर वह दीवाना सा रहने लगा। एक दिन चाचा के घर पर न होने पर वह गया और उसने डराकर चाची से जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद चाची से उसके अवैध संबंध स्थापित हो गए। चाचा जब घर पर नहीं होते तो वह अर्चना के पास चला जाता था। अवैध संबंधों का यह सिलसिला बीते आठ साल से चल रहा था।
वह अपनी कमाई के कुछ रुपये भी उसे देता था। इधर कुछ महीनों से चाची संबंध बनाने से मना करने लगी थी। वह जब भी मौका पाकर घर जाता तो कोई न कोई बहाना बनाकर चाची उसे लौटा देती थीं। बुधवार रात जब उसे पता चला कि चाचा और भतीजा दोनों खेत पर गए हैं तो मौका पाकर वह अर्चना के पास रात में गया था। उसने संबंध बनाने का जोर दिया लेकिन अर्चना ने इनकार कर दिया। विरोध करने पर उसने चाकू से गर्दन रेतकर चाची की हत्या कर दी और भाग निकला।
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