महंत दामोदार दास ने कहा, नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पूरा होगा स्वच्छ व निर्मल गंगा का सपना
शरद पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक सरसैय्या घाट पर हाे रहा है अखंड रामनाम जाप। विश्व कल्याण के लिए जाप कर रही महंत दामोदर दास और 25 संतों की टोली वे सरसैय्या घाट पर एक माह तक रामनाम का जाप करने के लिए पहुुंचे हैं।
कानपुर, जेएनएन। हिन्दू समाज के लिए गंगा का जल अमृत समान है। इस अमृत की पवित्रता को बनाए रखने के लिए समस्त जनमानस का सहयोग अति आवश्यक है। गंगा मां को स्वच्छ रखने के लिए तमाम योजनाएं चल रही हैं। परंतु जितना गंगा जल लॉकडाउन के दिनों में स्वच्छ हो गया उतना योजनाओं से न हो पाया। इससे सिद्ध होता है कि जनमानस चाह ले तो गंगा का जल फिर से स्वच्छ और निर्मल हो जाएगा। यह बातें मंगलवार को अयोध्या की छावनी स्थित बड़ा भक्तमाल मंदिर के मंहत दामोदर दास महाराज ने कही। वे सरसैय्या घाट पर एक माह तक रामनाम का जाप करने के लिए पहुुंचे हैं।
गुरुओं की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आए महंत दामोदार दास
महाराज श्री ने बताया कि गुरुओं की परंपरा का पालन करते हुए वह प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक शहर में रामनाम का जाप कर रहे हैं। वे हर साल एक माह के लिए शहर में आकर संतहरिनाम संकीर्तन करते हैं। इस बार महंत श्री के साथ 25 संतों की टोली आई है। जो गंगा स्नान कर प्रतिदिन 24 घंटे तक प्रभु श्रीराम के नाम का जाप कर विश्व कल्याण की कामना करेगी। बातचीत में महाराज ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होगा। मंदिर का सपना करोड़ों साधु-संतों के सपने के पूरा होने के समान है। संतों को उम्मीद है कि स्वच्छ और निर्मल गंगा का सपना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पूरा होगा। इसके लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर योगदान देना होगा।