Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ रही भीड़, 17 और 18 फरवरी को इन ट्रेनों के मार्ग बदले
Maha Kumbh 2025 प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कई ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल के रास्ते लखनऊ के लिए डायवर्ट किया है। लोकमान्य तिलक टर्मिनल-गोरखपुर काशी एक्सप्रेस इटारसी-बीना-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते सोमवार को चलेगी। प्रयागराज जाने वालों की भीड़ का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि देर रात के बाद फिर 10 और ट्रेनें सेंट्रल से तैयार खड़े रैक के माध्यम से भेजनी पड़ीं।

जागरण संवाददाता, कानपुर। Maha Kumbh 2025: रेलवे ने प्रयागराज में श्रद्धालुओं के उमड़े रेला को लेकर परिचालन के मद्देनजर कई ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल के रास्ते लखनऊ के लिए डायवर्ट किया है। प्रयागराज की ओर जाने व उधर से आने वाली अलग-अलग कई ट्रेनें 17 व 18 फरवरी को बदले मार्ग से चलेंगी।
इन ट्रेंनों के बदले रूट
- रेलवे जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार लोकमान्य तिलक टर्मिनल-गोरखपुर काशी एक्सप्रेस इटारसी-बीना-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते सोमवार को चलेगी।
- इसी तरह लोकमान्य तिलक टर्मिनल-बलिया भी बीना -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -जौनपुर -वाराणसी के रास्ते चलेगी।
- सीमांचल एक्सप्रेस 17 फरवरी को कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी -गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
- दिल्ली-अलीपुरद्वार जंक्शन सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस भी कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -बाराबंकी -गोरखपुर के रास्ते चलेगी।
- बाड़मेर- गुवाहाटी एक्सप्रेस भी 17 फरवरी को कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -बाराबंकी -गोरखपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल- अयोध्या कैंट ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -अयोध्या कैंट के रास्ते सोमवार को जाएगी।
- वहीं, गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनल गोरखपुर -बाराबंकी -लखनऊ -कानपुर सेंट्रल -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -बीना -इटारसी के रास्ते 17 को जाएगी।
- बलिया लोकमान्य तिलक टर्मिनल ट्रेन भी वाराणसी -जौनपुर -लखनऊ -कानपुर सेंट्रल -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -बीना के रास्ते 17 को चलेगी।
- अयोध्या कैंट लोकमान्य तिलक टर्मिनल तुलसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस 17 को अयोध्या कैंट -लखनऊ -कानपुर सेंट्रल -उरई-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी के रास्ते चलाई जाएगी।
- इसी तरह लोकमान्य तिलक टर्मिनल गोरखपुर को इटारसी -बीना -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -बाराबंकी -गोरखपुर के रास्ते सोमवार को चलाया जाएगा।
- लोकमान्य तिलक टर्मिनल-बलिया बीना -वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -जौनपुर -वाराणसी के रास्ते जाएगी।
- आनंद विहार टर्मिनल जोगबनी 18 को भी कानपुर सेंट्रल -लखनऊ-बाराबंकी -गोरखपुर के रास्ते जाएगी।
- 18 को दिल्ली अलीपुरद्वार जंक्शन कानपुर सेंट्रल -लखनऊ -बाराबंकी -गोरखपुर और गोरखपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनल गोरखपुर -बाराबंकी -लखनऊ -कानपुर सेंट्रल -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी -बीना -इटारसी, बलिया लोकमान्य तिलक टर्मिनल वाराणसी -जौनपुर -लखनऊ -कानपुर सेंट्रल -वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-बिना के रास्ते चलाई जाएगी।
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उमड़े श्रद्धालु तो ट्रेनें पड़ीं कम, घंटाघर और कैंट साइड रोक कर भेजे
कानपुर। देर रात अचानक श्रद्धालुओं का रेला बढ़ने से सेंट्रल व गोविंदपुरी स्टेशन पर ट्रेनें कम पड़ गईं। घंटाघर सिटी साइड में होल्डिंग एरिया (आश्रय स्थल) में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं को रोक कर ट्रेनों से भेजा गया। कैंट छोर में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। पैदल पुल से प्लेटफार्मो तक भगदड़ सा माहौल रहा। जीआरपी और आरपीएफ को भीड़ संभालने में पसीने छूट गए।
कोचों में कई बार धक्कामुक्की, हंगामा की बनी स्थिति
प्रयागराज जाने वालों की भीड़ का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि देर रात के बाद फिर 10 और ट्रेनें सेंट्रल से तैयार खड़े रैक के माध्यम से भेजनी पड़ीं। तकरीबन साढ़े तीन लाख श्रद्धालु गए, जबकि डेढ़ लाख वापस लौटे। इससे सभी 10 प्लेटफार्म पर भीड़ इतनी रही कि आरक्षित एसी व स्लीपर कोच के यात्रियों को परेशान होना पड़ा। ठसाठस भरे एसी कोचों में कई बार धक्कामुक्की, हंगामा की स्थिति बनी।
विशेष ट्रेनों में 78 से 82 की क्षमता वाले कोचों में 300 से 450 तक श्रद्धालु बैठकर गए। ट्रैक से लेकर स्वचलित सीढ़ियों तक भीड़ पहुंचने के कारण ट्रेनें चलाने में मशक्कत करनी पड़ी। ऐसे ही गोविंदपुरी के रास्ते सीधे प्रयागराज जा रही ट्रेनों में भी यात्रियों को श्रद्धालुओं के कारण दिक्कत हुई। विशेष ट्रेनें व रिंग रेल सेवा में कोच क्षमता से अधिक भरे नजर आए।
दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ के बाद अलर्ट, 100 टीमें लगीं
जीआरपी सेंट्रल स्टेशन थाना प्रभारी ओम नारायण सिंह ने बताया कि महाकुंभ की 13 जनवरी को हुई शुरुआत के बाद पहली बार अचानक इतनी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मौनी अमावस्या पर भी एक साथ इतनी भीड़ नहीं आई थी। दिल्ली में भगदड़ की घटना के बाद 100 से अधिक टीमों को अलर्ट मोड में सेंट्रल के चारों ओर लगा दिया गया है। श्रद्धालुओं को होल्डिंग एरिया में रोककर भेजा जा रहा है।
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